कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /आज दिनांक 30 मई 2022 समर्पण हॉस्पिटल जीरो माइल पटना में आयोजित अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा का प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष श्री अशोक आजाद जी महासभा के चुनाव आयुक्त श्री गौरव नारायण भारती जी महासभा के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष श्री आदित्य चंदेल जी एवं अन्य महासभा के सम्मानित सदस्य उपस्थित रहे हैं।प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए श्री अशोक आजाद जी अध्यक्ष महासभा ने कहा की पिछले 18 वर्षों से महासभा गुटों में बंट गया था जिसे अथक प्रयासों के बाद चुनाव कराकर सुचारू एवं संविधानिक तरीके से चल रहा है। जिसका चुनाव 16 जनवरी 2022 को करा लिया गया है आज महासभा के आधिकारिक रूप से अध्यक्ष महामंत्री कोषाध्यक्ष एवं अनेक पदेन पदाधिकारी हैं।इस अवसर पर महासभा के चुनाव आयुक्त (केन्द्रीय) ने महासभा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 2010 से ही नेतृत्व के सवाल पर कई खेमो में विभाजित देश के गिने-चुने सामाजिक संगठनों में से एक 1906 में स्थापित और 1912 में निबंधित अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा का नेतृत्व का मामला, रजिस्टार आफ, फॉर्म्स सोसायटी नन – ट्रेडिंग कारपोरेशन गवर्नमेंट ऑफ़ वेस्ट बंगाल के द्वारा दिनांक 02 मार्च 2022 को अपने Memo no -547-RFS के द्वारा जारी प्रमाण पत्र एवं दिनांक -18/4/2022 को सत्र 2022- 23 के लिए महासभा का राष्ट्रीय समिति की सत्यापित सूची जारी करने के साथ ही नेतृत्व का मामला कानूनी रूप से सुलझ गया है , जिससे देश के चंद्रवंशी परिवारों में काफी खुशी एवं हर्षोल्लास है, (दोनों पत्रों की छाया प्रति अवलोकन हेतु संलग्न किया जाता है:-( Anex. A, or B)रजिस्टार के द्वारा जारी प्रमाण पत्र में इस बात की पुष्टि कि गयी है कि अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा 1912 का एक निबंधित संस्था है और, इस संस्था को संचालन हेतु वर्तमान सत्र 22 -23 के लिए श्री अशोक आजाद अध्यक्ष , श्री अशोक सिंह महामंत्री और श्री सुरेश सिंह कोषाध्यक्ष के अलावे देश के विभिन्न प्रांतों से 107 कार्यकारिणी समिति के सदस्य है!विदित हो कि 2010 से ही नेतृत्व के सवाल पर महासभा देश में कई भागों में विभाजित हो गया था , जिसके चलते महासभा का अस्तित्व खतरे में पड़ गया था , महासभा को रजिस्टार आफ सोसायटी गवर्नमेंट ऑफ वेस्ट बंगाल ने विवादित सूची में डाल रखा था, महासभा का एनुअल रिटर्न जमा नहीं हो पा रहा था , एक ही संगठन में एक ही साथ ग्राम स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक कई समितियां बन गई थी, जिसके चलते हमेशा आपस में टकराहट की स्थिति बनी रहती थी।अंत में महासभा के आजीवन सदस्यों एवं अन्य सदस्यों ने 16 जनवरी 2022 को संवैधानिक चुनाव करा कर मामला को सुलझा लिया ।संवाददाता सम्मेलन में श्री भारती ने बताया कि महासभा का जिन राज्यों के प्रदेश समिति एवं जिला समिति का संवैधानिक चुनाव नहीं हो सका है उसको छोड़ कर बाकी सभी समितियों को तत्काल प्रभाव से भंग कर प्रभारी नियुक्त की जाएगी और सभी स्थानो पर तदर्थ समिति गठन किया जाएगा! इस कार्य में कोई भेदभाव नहीं बरता जाएगा और सभी समितियों में वैसे सभी लोगों को भी प्रतिनिधित्व दिया जाएगा जो किसी कारणवश नाराज चल रहे है, और सभी एक साथ मिलकर काम करना चाहते हैं , बदले की भावना से कोई काम नहीं की जाएगी ।श्री भारती ने बताया कि वर्तमान मे महासभा के सामने सबसे बड़ी चुनौती तत्काल सभी स्तरों पर समिति का तत्काल गठन करने का है जिसे हम सभी मिलकर हर हाल में पूरा करेगे , प्रतिनिधियों ने बताया कि दिनांक 26 जून 2022 दिन रविवार को यूथ हॉस्टल गांधी मैदान पटना में नवनियुक्त राष्ट्रीय समिति की बैठक होगी जिसमें सभी पहलुओं पर विचार विमर्श कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा और आवश्यकता अनुसार राष्ट्रीय समिति का विस्तार भी किया जाएगा , श्री भारती ने यह भी बताया कि श्री अशोक आजाद, राष्ट्रीय अध्यक्ष , श्री अशोक सिंह राष्ट्रीय महामंत्री और इनके द्वारा नामित प्रतिनिधियों के अलावा अगर कोई भी लोग अब महासभा का नाम या लेटर पैड का उपयोग करेंगे तो उनके खिलाफ फौजदारी कानूनी कार्रवाई करना एक मजबूरी होगी , उन्होंने आशा व्यक्त किया है कि सभी लोग समझदार हैं और ऐसा करने का मौका नहीं देगे ।इस अवसर पर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदित्य कुमार चंदेल ने कहा कि महासभा समाज का गौरव है और इसी समाज के सभी संगठन इनको समर्थन करें जिसे समाज के आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति को लाभ पहुंच सके।पत्रकार सम्मेलन को सर्वश्री अशोक आजाद श्री गौरव नारायण भारती एवं आदित्य चंदेल ने संबोधित किया.