प्रियंका भारद्वाज की रिपोर्ट / बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ अनिल सुलभ ने कहा निपेंद्र नाथ गुप्त जी की मृत्यु अत्यंत हृदयविदारक.नहीं रहे राष्ट्रभाषा प्रहरी नृपेंद्र नाथ गुप्त ! आज पूर्वाह्न सवा दस बजे उन्होंने अपनी अंतिम साँस ली ।वे हिन्दी के अनन्य सेवक, त्रैमासिक पत्रिका भाषा भारती संवाद के प्रधान सम्पादक एवं बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के वरीय उपाध्यक्ष थे । उनके निधन से देश ने हिन्दी का एक महान उपासक और मैंने अपना एक परम हितैषी, सहायक और मार्ग-दर्शक खो दिया है।
यह मेरे लिए अत्यंत दुखदायी है कि प्रवास के कारण मैं उनके अग्निसंस्कार में सम्मिलित नहीं हो सकूँगा ।साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉक्टर अनिल सुलभ की अपील सभी अधिकारियों और सदस्यों से विनम्र आग्रह है कि वे इस दारुण घड़ी में स्वर्गीय गुप्त के परिजनों के संताप हरने की चेष्टा करें.