वरीय संपादक,जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 16 जून ::जेकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कोलकाता के भारत सभा हॉल में ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस और कदम द्वारा संयुक्त रूप से वृहस्पतिवार को आयोजित व्याख्यानमाला को सम्बोधित करते हुए मास्टर दा सूर्य सेन के संदर्भ में एक महान क्रांतिकारी संगठन इंडियन रिपब्लिक आर्मी की स्थापना एवं चटगांव आंदोलन की याद दिलाई। डॉ बिधान चंद्र राय के आधुनिक बंगाल के निर्माता के रूप में उनके योगदान एवं प्रफुल्लचंद्र सेन के जीवन पर प्रकाश डाला।उक्त आयोजन में भारत माता के वीर पुत्र एवं महान स्वतंत्रता सेनानी मास्टर डा सूर्य सेन, आधुनिक बंगाल के रचनाकार एवं भूतपूर्व मुख्यमंत्री डॉ बिधान चंद्र राय और भारत के जनप्रिय नेता एवं भूतपूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल चंद्र सेन के जीवनी पर प्रकाश डाला गया।उक्त कार्यक्रम में ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद मुख्य अतिथि के रूप में एवं रागिनी रंजन विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष अशोक दास और सभा का संचालन चित्रांश चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सीए चंद्रभानु सिन्हा ने किया।उक्त अवसर पर रागिनी रंजन ने सभी महापुरुषों के संदर्भ में अपना विचार रखा और साथ ही गो ग्रीन, महिला सशक्तिकरण, कुटीर उद्योग और महिलाओं की सशक्त भागीदारी पर विस्तार से प्रकाश डाला।कार्यक्रम को महासचिव रंजीत कर्ण, बीपीनेश कुमार पांडे, राजीव कुमार श्रीवास्तव, दीपक श्रीवास्तव, मुकेश सिन्हा, संजीव कर्ण, प्रीतिलता घोष, राजा सेन गुप्ता, सत्य नारायण पांडे ने भी सम्बोधित किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अशोक दास ने प्रफुल्ला चंद्र सेन को भारत रत्न एवं मास्टर दा सूर्य सेन को पदम भूषण से सम्मानित करने की मांग रखी।जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) एवं कदम की बंगाल शाखा ने संयुक्त रूप से केन्द्र सरकार और राज्य सरकार से मांग की है कि -1)- दक्षिण बंगाल के प्राण केंद्र तारकेश्वर में प्रफुल्ल चंद्र सेन कृषि विश्वविद्यालय खोला जाय।(2)- उत्तर बंगाल का प्राण केंद्र सिलीगुड़ी में डॉ बिधान चंद्र राय के नाम पर ज्ञान विश्वविद्यालय खोला जाय।(3)- मध्य बंगाल नदिया में मां शारदा सूर्य सेन के नाम पर कानून विश्वविद्यालय खोला जाय।