उमर फारुख -मुंबई /RBI गवर्नर शशिकांत दास ने कहा – महंगाई बर्दाश्त कर अर्थव्यवस्था को बचा लिया. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शशिकांत दास ने खड़ी-खड़ी सुना दी. दास ने साफ किया कि महंगाई से निपटने के लिए रिजर्व बैंक आफ इंडिया 3 या 4 महीने पहले ध्यान नगर नहीं देता तो देश के सामने बड़ी मुश्किलें आ जाते. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शशिकांत ने कहा कि आर्थिक गतिविधि महामारी से पहले के स्तर से आगे निकल गई है. फरवरी 2022 में अनुमान लगाया गया था कि मुद्रास्फीति 4.5 फ़ीसदी रह सकती है. अभी गाना था कि कच्चे तेल की कीमतें $80 प्रति बैरल के अनुमान पर होगा. लेकिन यूक्रेन पर जीत के हमले से परिदृश्य बदल गया. एक कार्यक्रम में पहुंचे रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि मुद्रा स्थिति को बर्दाश्त करना आवश्यक था. हम अपने फैसले पर कायम हैं. केंद्रीय बैंक आर्थिक परिवर्तनों की जरूरतों को देखते हुए कदम उठा रहे हैं. रिजर्व बैंक के गवर्नर दास ने कहा कि मुद्रा स्थिति का प्रबंध वृद्धि संबंधी हालात को ध्यान में रखते हुए किया जाना चाहिए. रिजर्व बैंक के गवर्नर शशिकांत दास ने कहा कि कर्ज वसूली एजेंट ऊपर सख्त कार्रवाई होगी. दास ने गहरे कसौली एजेंट द्वारा वक्त बेवक्त फोन करना खराब भाषा में बात करना सिखाना कठोर तरीकों का इस्तेमाल स्वीकार नहीं है. कर्ज वसूली एजेंट द्वारा खराब भाषा में बात करना चाहता, न कठोर तरीकों का इस्तेमाल स्वीकार नहीं है.