जितेन्द्र कुमार सिन्हा,वरीय संपादक /कानून को हाथ में लेने वाले उपद्रवी तत्वों को चिन्हित कर कठोर करवाई करने की जरूरत है, क्योंकि जो लोग देश के सरकारी संपत्तियों की तोड़फोड़ कर रहा है, वह निश्चित ही देश हितैषी नही हो सकता है। जो व्यक्ति सरकारी संपत्तियों को नुकसान केवल अपनी नौकरी के लिए कर सकता है, वह अपने स्वार्थ के लिए सेना में जाने के बाद देशहित का भला कैसे सोंच सकता है। यह सोचनीय विषय है कि जो युवा अपनी उस संपत्ति को छति पहुँचा रहा है, जिसका उपयोग वे स्वयं करते है और उनके समाज के लोग करते है। ऐसा करने से उन युवाओं को क्या लाभ होगा जो सेना में भर्ती होना चाहते है। अगर बिना सेना में गये ही उनकी यह स्थिति है तो आगे देश का या समाज का सेना में शामिल हो कर क्या भला करेगा।केन्द्र सरकार ने सेना अधिकारियों की सहमति से अग्निपथ योजना लागू किया है । इस योजना को लोगों को समझने की जरूरत है। इस योजना के तहत 17 वर्ष 6 माह से 21 वर्ष तक के युवाओं, जिनकी योग्यता सीनियर सेकेंडरी है, उन्हें पहले की तरह फिजिकल टेस्ट पास करना होगा। इस योजना के तहत सेवा अवधि 4 वर्ष और प्रशिक्षण अवधि 6 माह रखी गई है। इस अवधि में वेतन के रूप में प्रथम वर्ष प्रतिमाह 30 हजार रुपये मिलेगी, जिसमें से प्रतिमाह 9 हजार रुपये की कटौती कर 21 हजार रूपये प्रतिमाह भुगतान किया जायेगा। इसी प्रकार दूसरे वर्ष में वेतन के रूप में प्रतिमाह 33 हजार रुपये होगी जिसमें से प्रतिमाह 10 हजार रुपये की कटौती कर 23 हजार रुपये प्रतिमाह भुगतान किया जायेगा। इसी प्रकार तीसरे वर्ष में वेतन के रूप में प्रतिमाह 36 हजार रुपये होगी जिसमें से प्रतिमाह 11 हजार रुपये की कटौती कर 25 हजार रुपये प्रतिमाह भुगतान किया जायेगा। इसी प्रकार चौथे वर्ष में वेतन के रूप में प्रतिमाह 40 हजार रुपये होगी जिसमें से प्रतिमाह 12 हजार रुपये की कटौती कर 28 हजार रुपये प्रतिमाह भुगतान किया जायेगा।जब युवा 4 वर्ष सेवा पूरा कर लेते हैं तब उनकी सेवा अवधि बाद रिटायरमेंट पर सेवा निधि पैकेज के रूप में 11 लाख 71 हजार रुपये मिलेंगे। इसे इस प्रकार समझा जा सकता है:-पहला वर्ष बेतन मद में ₹ 21,000×12 महीना = ₹ 2,52,000दूसरा वर्ष बेतन मद में ₹ 23,100×12 महीना = ₹ 2,77,200तीसरा वर्ष बेतन मद में ₹ 25,580×12 महीना = ₹ 3,06,960चौथा वर्ष बेतन मद में ₹ 28,000×12 महीना = ₹ 3,36,000अब सभी का योग पर ध्यान दिया जाय तो 4 वर्ष बेतन मद में ₹ 11,72,160 मिल जायेगा और रिटायरमेंट के बाद वेतन से की गई प्रतिमाह कटौती की राशि में सरकार द्वारा कटौती के समतुल्य राशि को मिलाकर एक मुस्त ₹ 11,71,000 भुगतान करेगी। इसप्रकार 4 वर्षों के सेवा पर कुल भुगतान ₹ 23,43,160 होगी।अग्निपथ योजना के तहत 4 साल की सेवा अवधि के उपरांत योग्यता मापदंडों के हिसाब से 25 % जवानों को स्थायी रूप से सेना में नियुक्ति दे दी जायेगी, बाकी 75 % जवानों को अग्निवीर कौशल प्रमाण पत्र दिया जाएगा, जिसके आधार पर प्राइवेट कम्पनियों में नौकरियों में प्राथमिकता मिलेगी, साथ ही खुद का व्यवसाय करने के लिए कम से कम ब्याज दरों पर नॉन सिक्योर लोन दिलाया जायेगा। इतना ही नही तीनों सेनाओं में प्रतिवर्ष 50000 हजार जवानो की भर्ती भी की जाएगी।सूत्रों के अनुसार, इस कानून से पूरे देश के युवाओं में आक्रोश है, युवा सड़क पर उतर आए हैं। कई राज्यों के कुछ जिला के क्षेत्रों में तोड़फोड़, आगजनी एवं उपद्रव की घटनाएं हो रही हैं। घटनाओं को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन सजग है। कई राज्यों में विधि व्यवस्था बनाए रखने को लेकर जिला के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने अपने-अपने जिले के सभी क्षेत्रीय पदाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर निदेश दे रहे है। निदेश में यह भी कहा जा रहा है कि उपद्रव की घटना में शामिल लोगों को उपलब्ध वीडियो फुटेज के आधार पर पहचान कर चिन्हित करें और ऐसे चिन्हित किए गए सभी उपद्रवी तत्वों के विरुद्ध पहचान के आधार पर कठोरतम कार्रवाई की जाय। सभी कोचिंग संस्थानों एवं विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। किसी भी कोचिंग संस्थान में छात्रों को उपद्रव के लिए प्रेरित किये जाने की सूचना प्राप्त होने पर संबंधित संचालक के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करने का निदेश भी दिया जा रहा है। राज्य सरकारें विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी कड़ी नजर रख रही है। व्हाट्सएप ग्रुप पर किसी भी तरह के भड़काऊ पोस्ट करने वाले के विरुद्ध भी आईटी एक्ट के तहत कठोर कार्रवाई करेगी। राज्य सरकारें को चाहिए कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने वाले और कानून को हाथ में लेने वाले उपद्रवी तत्वों को उपलब्ध वीडियो फुटेज से पहचान के आधार पर चिन्हित कर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।जबकि मेरी अपनी सोच है कि अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को भारतीय सेना में नौकरी करना चाहिए, क्योंकि अग्निपथ जॉब आर्मी की है और आर्मी में रहना, खाना, इलाज वगैरह सब फ्री होता है, यानि जो उम्र नुक्कड़ों पर चाय सिगरेट में निकल जाती है, उस उम्र में यानि 4 वर्षों में 23 लाख 43 हजार 160 रुपये कमाने का सुनहरा अवसर निहित है। इसलिए सभी युवाओं (17 से 23 साल की उम्र के लड़के) को अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेना को जरूर जॉइन करना चाहिए। समझना चाहिए कि नौजवानों को 4 साल आर्मी की ट्रेनिंग दी जाएगी, साथ मे पैसे भी, जॉब वैसे भी नहीं है, बारहवीं या ग्रेजुएशन करने के बाद सीधे अग्निपथ के रास्ते पर जा कर, यही अपना भविष्य संभालना चाहिए। उसके बाद 24-25 की उम्र में रिटायरमेंट के बाद, इन पैसों से कोई बिजनेस शुरू करें या लाइफ जैसी अभी चल रही है उससे बेहतर तय करें। सोचिए 24 की उम्र में शून्य से आर्मी ट्रेनिंग के साथ कुल मिला कर 11 लाख रूपये सैलरी के रूप में मिलने वाला पूरा पैसा अगर आप खत्म भी कर देते हैं तो रिटायरमेंट के समय मिलने वाला 11 लाख 71 हजार रुपए कम नहीं होगा। इसलिए युवाओं को अग्निपथ योजना के विरोध का हिस्सा नहीं बनना चाहिए, बल्कि अपना भविष्य सुरक्षित करना चाहिए।किसी राजनीतिक दलों, लिबरल वामपंथी मौकापरस्तों के बहकावे में नही आना चाहिए, बहुत ही योजना है, कुछ सेफ्टी डिपार्टमेंट को छोड़ दे तो, देखा जाय तो 22-23 वर्ष से तो बेरोजगार युवाओं रोजगार के लिए अप्लाई करना शुरू करते है, जबकि अग्निपथ योजना में तो 18-19 में लगा नौजवान 22-23 में तो रिटायर हीहो जाएगा, यानि बाद में वो अपने खर्चे पर अच्छी जॉब की तैयारी कर सकता है। नौजवानों अक्सर 18-22 की उम्र में ही गलत संगत में पड़कर भटक जाते है, जबकि इस उम्र में तो वो अग्निपथ योजना के तहत देश सेवा करता रहेगा। इस योजना के तहत फिजिकल फिट भी रहेगा, आर्थिक परेशानी नहीं होगी, इसलिए युवाओं को चाहिए कि भारत सरकार की इस कारगर योजना से जुड़ कर ज्यादा से ज्यादा फायदा उठायें.