सौरभ निगम -CIN ब्यूरो /ग्रुप केन्द्र CRPF लखनऊ परिसर के परेड ग्राउण्ड में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर श्री सुनील कुमार, उप महानिरीक्षक, मध्य सेक्टर, लखनऊ की अध्यक्षता में आयोजित किया गया.अन्तर्राश्ट्रीय योग दिवस श्री सुनील कुमार, उप महानिरीक्षक, मध्य सेक्टर, लखनऊ की अध्यक्षता में आयोजित कियागया। इस अवसर पर डॉ गौरव कुमार सक्सेना, मनोवैज्ञानिक काउंसर, योगज्ञाता, लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर,225 विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित तथा अब तक 37 देषों में अपना व्याख्यान दे चुके है उनके द्वारा आज इसगु्रप केन्द्र मंे अन्तर्राश्ट्रीय योग दिवस पर जवानों को योग का प्रषिक्षण देते हुए तथा योग से होने वाले लाभ एवं महत्वके बारे में अवगत कराया की ब्रहमाण्ड में 08 सिद्धी होती है उनको नियंत्रित करने का आसान उपाय योग है, अपनेआपको प्रकृतिक से जोड़ना योग कहलाता है, उन 08 सिद्धी प्राप्त करने के लिए कम से कम 08 साल का समयलगता, परन्तु आज के समय प्रत्येक मनाव अपनी दैनिक जीवन षैली में 03 सिद्धियो पित, कफ एवं वात को नियंत्रितकरने हेतु आसन करता है तो वो मनुश्य के षरीर में होने वाली भयंकर बीमारियों से बच सकता है पित, कफ एवं वातको नियंत्रित करने के लिए सभी को ताड़ आसन, ब्रज आसन, षुप्तब्रज आसन एवं अन्य कई आसन कराया गया साथही साथ उन्होंने अपने आप को स्वस्थ रहने हेतु पुरानी कहावत ’’म्ंतसल जव इमकए मंतसल जव तंपेमएउंामे ं उंद ीमंसजीलए ूमसजील ंदक ूपेमश् के बारे में बताया। इसके साथ वेद में बताये गयेमानव निर्माण के बारे में बताते हुए अवगत कराया कि यह पूरा ब्रमाण्ड और हम सभी केवल और केवल पॉच तत्वों सेही बने है जो कि षीती जल पावन गगन समीरा है जिसके बारे में विस्तृत व्याख्यान उनके बारे में दिया गया। उक्त केअतिरिक्त मानसिक रूप से षान्त रहने के लिए रामायण का ष्लोक ’’जन्म मरण, लाभ हानि,जप अपयष सब विधिना केहाथ’ के बारे व्याख्यान देते हुए कहा कि अपने आपको कभी किसी चीज के लिए जिम्मेदार ना समझते हुए स्वस्थमानसिकता के साथ जीवन यापन करें। उक्त कार्यक्रम के दौरान योग गुरू द्वारा सभी सदस्यो ं से यह भी पूछा जारहा था कि यदि किसी की कोई समस्या है जो योग के द्वारा सही करना चाहते है तो पूछ सकते है जिस एक कार्मिकने अपनी माइग्रेन की समस्या के बारे में बताया जिसका उपाय उन्हो ंने आसन के द्वारा बताया गया।उक्त के अतिरिक्त योग गुरू द्वारा आहार के बारे में बताया गया कि आयुर्वेद में आहार को तीन भागोमें बाटॅा गया है:-01) सात्विक आहार02) राजसिक आहार03) तामसिक आहारसात्विक आहारः- योग गुरू द्वारा सात्विक आहार के बारे में बताते हुए कहा कि सात्विक आहार षरीर को षुद्धि औरमन को षान्ति प्रदान करता है। हम सभी को सात्विक आहार में ताजे फल, हरी पत्तेदार सब्जियॉ, बादाम, अनाज औरताजा दूघ ही ग्रहण करना चाहिए।राजसिक आहारः- ये आहार षरीर और मस्तिश्क को कार्य करने के लिए प्रेरित करते है किन्तु इनका अत्याधिक सेवनशरीर में अतिसक्रियता बेचैनी क्रोध, चिड़चिडापन अनिद्रा इत्यादि लाते है ये आहार है मसालेदार भोजन, प्याज, लहसुन,चाय, काफी और तले हुए खाद्य पदार्थ ।तामसिक आहारः- ये आहार मनुश्य के षरीर और मन को सुस्त करते है। इनके अत्यधिक सेवन से मानव मन सेको्रधी, जड़ता, भ्रम और भटकाव महसूस होता है। ये आहार है मांसाहारी आहार, बासी भोजन, वसा का अत्यधिक सेवनएवं तेलयुक्त भोजन आदि। मानव जो आहार ग्रहण करता है वैसी ही उसकी प्रवृति बन जाती है। साथ ही जवानों द्वारायोग गुरू से आज के वर्तमान समय में बच्चों को मोबाईल की लत से छुटकारा कैसे दिलाये के बारे पूछा गया जिसकेप्रतिउत्तर में उन्होने यह बताया की यह मोबाईल देखना केवल बच्चों की परेषानी नही है अपितु बडे लोगों की भी हैजो मोबाईल में घण्टों व्यस्त रहते है, इसके लिए हमे बच्चों को घण्टों मोबाईल ना देकर समय निर्धारित करे पहलेमहीने में हमे बच्चों को सुबह 01 घण्टे के लिए दोपहर 01 घण्टे के लिए व षाम को 01 घण्टे के लिए मोबाईल देनाचाहिए इससे अधिक नही, फिर दूसरे महीने सुबह 01 घण्टे के लिए व षाम 01 घण्टे के लिए, फिर तीसरे महीने षाम01 घण्टे के लिए, ऐसा करने से बच्चे कुछ समय बाद जरूरत पर ही मोबाईल लेगे ं ओर मोबाईल देखने की आदत कमहोने लगेगी।इस अवसर पर कुछ जवानों ने नषे की लत से छुटकारा कैसे पाए इसके बारे में पूछा जिस पर मुख्यअतिथि महोदय श्री सुनील कुमार, उप महानिरीक्षक, मध्य सेक्टर ने अवगत कराया कि उन्होने ने अभी तक लगभग1700 से 1800 जवानों को नषे से मुक्त कराया है इसके लिए उन्होने व्यक्तिगत रूप से जवानों को बुलाकर नषे मेंरहने से उसके स्वास्थ्य और आर्थिक हालात में जो प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं उससे उनके परिवार पर बुरा प्रभाव पड़ताहै। साथ ही योग गुरू द्वारा इस संदर्भ में अवगत कराया गया की नषे से मुक्त करने के लिए 04 चीजंे करनी चाहिए-पहला एवं दूसरा आसन करना, तीसरा लाहोरी नमक दही के साथ लेना, चौथा वाईन्ड चेन्ट मूयजिक रात में सोने सेपहले 10 मिनट तक सुनना चाहिए।इस अवसर पर श्री अमिताभ कुमार, कमाण्डेंट 91 आर.ए.एफ., डॉ0 सतीष चन्द कुषवाहा,मुख्य चिकित्सा अधिकारी, गु्रप केन्द्र लखनऊ समेत रेंज लखनऊ, 233 (महिला) बटा0 तथा 91 बटालियन आर.ए.एफ,के सभी अधिकारी/अधीनस्थ अधिकारी/ कार्मिक/कार्मिकाओं को मिलाकर लगभग 650 लोगों ने भाग लिया साथ हीकैम्प परिसर आवास में रहने वाली महिलाओं तथा बच्चों ने भी योग में हिस्सा लिया। तदुपरान्त अध्यक्ष महोदय द्वारायोग दिवस के समापन की घोशणा की गई।