CIN ब्यूरो /ग्राउंड जीरो पर “CIN “टीम थी मौजूद – अमरनाथ में अचानक सैलाब से कई श्रद्धालुओं की मौत -PM मोदी ने उप राज्यपाल से ली जानकारी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया. प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की जो घटना हुई उससे मैं बहुत दुखी हूं.सभी परिवारों के प्रति मेरी संवेदना. कंट्री इनसाइड न्यूज़ संस्थान के जाबाज रिपोर्टर निखिल दुबे अपने दो सहयोगियों के साथ बाबा अमरनाथ के दर्शन कर वापस लौट रहे थे. निखिल दुबे ने बताया कि पवित्र गुफा के पास ही बादल फटा था. देखते ही देखते अफरा-तफरी मच गई. बादल फटने के कारण जितनी पानी के रास्ते में गली से से निकले जो कुछ भी आया वह सब बहने लगे.पानी बहकर तेज धारा के साथ आया . जो भी उसके रास्ते में आया बहा कर ले कर चला गया.कई लंगर बह गए.तुरंत राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया गया था. NDRF -CRPF -ITBP की टीम तुरंत राहत एवं बचाव में जुट गई. सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा तुरंत दिया जाने लगा. NDRF की टीम हमेशा अमरनाथ गुफा के पास मौजूद रहती है इसीलिए बिना देरी किए रात में बचाव कार्य शुरू हो गया. जो भी यात्री फंसे हुए थे उनको दूसरे मार्ग से बालटाल पहुंचाया गया .केम्प बालटाल पहुंच यात्रियों ने राहत की सांस ली.कंट्री इनसाइड न्यूज़ संस्थान के निखिल दुबे अमरनाथ की यात्रा करने गए थे. बादल फटने की 1 मिनट पूर्व ही उनकी बात समाचार संस्थान के प्रबंध संपादक कौशलेंद्र पाराशर से हुई थी.उसके बाद संस्थान में अफरा-तफरी मच गया. सीईओ सौरभ निगम,ऑनलाइन एडिटर अनूप कुमार, प्रबंध निर्देशक धीरेंद्र वर्मा सहित सभी लोग निखिल से संपर्क करने की लगातार कोशिश करते रहे. अंततः रात्रि 1:00 बजे निखिल से बालटाल के कैंप में एनडीआरएफ में कार्यरत छोटे भाई शशिकांत पांडेय के सहयोग से संपर्क हो पाया. रात्रि 1:30 बजे के बाद सभी ने राहत की सांस ली.