सौरभ निगम -दिल्ली /9500 किलो का अशोक स्तंभ नए सांसद भवन के शिर्ष पर सजा, PM मोदी ने किया राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए सांसद बना रहे श्रमिकों से भी बात की. प्रधानमंत्री ने श्रमिकों से कहा कि आप सभी इतिहास बना रहे हैं. राष्ट्रीय प्रतीक लगाने का काम 8 चरणों में हुआ. इसमें मिट्टी से मॉडल बनाने से लेकर कंप्यूटर ग्रैफिक्स तैयार करने तक का से निर्मित आकृति की पॉलिश करना शामिल है. राष्ट्रीय चिन्ह मोड़ सम्राट के सम्राट अशोक द्वारा सारनाथ में बनवाया गया स्तंभ से लिया गया है. नए संसद भवन परिसर का आकार त्रिकोनीय होगा. साथ ही होगा जो कुल 64 500 वर्ग मीटर में फैला होगा. वर्तमान संसद भवन से काफी बड़ा होगा. इसमें 1224 संसद सदस्यों का दफ्तर भी हो सकता है. विजय चौक से लेकर इंडिया गेट तक 3 किलोमीटर लंबे राजपथ की नई साज-सज्जा की गई है. आम लोगों के सुझाव को भी खास ध्यान रखा गया है. राजपथ पर राजस्थान सेलाये गए लाल ग्रेनाइट पत्थर लगाए जा रहे हैं. बिजली के खंभों को नया रूप दिया जा रहा है ताकि खूबसूरत लाइटिंग की जा सके. नए संसद भवन का निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है. विजय चौक से इंडिया गेट तक फैले सेंट्रल विस्ता एवेन्यू का काम 80फीसदी दे पूरा हो चुका है. अक्टूबर तक नए संसद भवन जाने की संभावना है. 2020 में संसद भवन बनाने की प्रेरणा टाटा को ₹971 मिला था. अब इसमें लगभग ₹200 करोड़ वृद्धि हो सकती है.