CIN ब्यूरो की रिपोर्ट /औरंगाबाद में आईईडी डिफ्यूजल के लिए किये गये विस्फोट से कांप उठा जंगल का जर्रा-जर्रा, पत्थरों के परखच्चें उड़े, दहल उठा माओवादियों का कलेजा.आपको बता दु की औरंगाबाद अति नक्सल प्रभावित औरंगाबाद जिले में माओवादियों के खिलाफ लगातार चलाये जा रहे विशेष अभियान के तहत तीन दिनों में बरामद विस्फोटकों के बड़े जखीरे को पहाड़ो में ही विस्फोट कर विनष्ट कर दिया गया है। पहाड़ो में जिन-जिन जगहों पर पत्थरों के गड्ढ़ों में विस्फोटकों का डालकर विस्फोट कर विनष्ट किया गया, उन जगहों पर पत्थरों के परखच्चें के परखचें उड़ गये। जंगली इलाके का जर्रा-जर्रा विस्फोट की भयानक आवाज से कांप उठा। विस्फोट की डेंसिटी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विस्फोट से जंगलों में खड़े वृक्षों के ढ़ेर सारे हरे-हरे पत्ते भी झड़कर गिर पड़े। विस्फोट स्थल पर इर्द-गिर्द चारो ओर धुआं ही धुआं उठता नजर आया। इसकी जानकारी से निःसंदेह माओवादियों का भी कलेजा दहल गया होगा। ऐसा होने की वजह भी हैं क्योकि पुलिस ने विस्फोटकों के जिन जखीरों को बरामद किया, वह उनका ही तो था, जिसका भंडारण उनके द्वारा पुलिस और सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए किया गया था। विस्फोटकों के भंडार के नष्ट होने से नक्सलियों का कलेजा दहल उठना लाजिमी ही है। यही वजह है कि नक्सली बेहद तनाव में है। उनका मनोबल भी लगातार गिर रहा है। पुलिस और सुरक्षा बलों की टीम इसी तरह हमलावर रही तो वह दिन दूर नही जब जंगली इलाकों में नक्सल नाम की कोई चीज नही होगी और इलाके में पूर्ण शांति होगी। अपर पुलिस अधीक्षक अभियान मुकेश कुमार ने बताया कि पिछ्ले तीन दिनों में अंजनवां, छ्करबंधा एवं लड़ुईयां पहाड़ के इलाके से बरामद 75 आईइडी बम, 274 सीरिज आईईडी, 200 मीटर कोडेक्स वायर, 200 पीस जिलेटिन एवं अन्य विस्फोटक सामग्रियों को पहाड़ो में दबाकर ब्लास्ट कर विनष्ट कर दिया गया है। उन्होने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन अभी लगातार जारी रहेगा और इसमें पुलिस को निरंतर सफलता मिलती रहेगी।