प्रिया सिन्हा -दिल्ली / राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विदाई समारोह में संसद भवन में बोले – अपने लक्ष्यों के लिए गांधीवादी तरीके से हो विरोध. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सियासी दलों से राष्ट्रहित में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करने का आह्वान किया. राष्ट्रपति ने राजनीतिक दलों से कहा कि वे अपने लक्ष्यों के लिए गांधीवादी तरीके से विरोध करें. सबसे पहले लोगों को कल्याण को ध्यान में रखना चाहिए. संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में शनिवार को अपने विदाई भाषण में सांसदों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि अपने लक्ष्य को पाने की कोशिश करने के लिए विरोध करने का दबाव बनाने का अधिकार है लेकिन उसके लिए गांधीवादी तरीका होना चाहिए. संसद के दोनों सदनों में आयोजित विदाई कार्यक्रम में राष्ट्रपति एवं उप राष्ट्रपति नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला शामिल हुए. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि हमेशा खुद को बड़ी परिवार का हिस्सा मानते हैं जिसमें सांसद भी शामिल हैं. अपने संबोधन में कोविंद ने कहा कि किसी भी परिवार की तरह कई बार हमारे बीच मतभेद हो सकते हैं लेकिन उन्हें देश के व्यापक हितों को मिलकर काम करना चाहिए. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को संसद भवन में बधाई दी. द्रोपदी मुर्मू 15 में राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे.