सौरभ निगम -भोपाल से / मध्य प्रदेश सरकार का ऐतिहासिक कदम – एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में कर सकेंगे छात्र. चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मैं बीए प्रथम वर्ष के लिए अंग्रेजी के तीन स्थापित लेखकों की पहले से चल रही किताबों की हिंदी में अनुवाद करने का काम लगभग पूरा हो चुका है. नए सत्र में विद्यार्थियों को एक किताबें मिल जाएगी. हिंदी भाषा विद्यार्थियों के लिए डॉक्टर बनने का सपना पूरा करना अब और आसान हो जाएगा. आजादी के 75 वर्ष पर मध्य प्रदेश की सरकार ने हिंदी भाषा में एमबीबीएस पाठ्यक्रम पढ़ाई जाने की वैकल्पिक माध्यम बनाने जा रही है. सितंबर में शुरू हो रहे नए सत्र में इसे लागू करने की कवायद हो सकती है. मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा जहां पर हिंदी में व्हिस्की पढ़ाई होगी. नए सत्र में निजी और सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों के में B.ed प्रथम वर्ष के कुल 4000 विद्यार्थियों को अंग्रेजी के साथ हिंदी की किताबें उपलब्ध करने का विकल्प मिल जाएगा.