कौशलेन्द्र पाराशर की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट /तेजस्वी की पार्टी RJD से CM नितीश कुमार के पार्टी JDU में अघोषित गठबंधन का मिला संकेत, RCP सिंह टैक्स का नाम देने वाले सभी आरजेडी प्रवक्ता चुप.सूत्रों का मानना है कि तेजस्वी यादों का बॉडी लैंग्वेज बता रहा कहीं ना कहीं उनका गठबंधन जेडीयू से अघोषित रूप से हो चुका है. तेजस्वी यादव लगातार भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर हैं. राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू यादव के PA भोला यादव की गिरफ्तारी से भी उन पर किसी प्रकार का असर नहीं है.RCP सिंह को पानी पीकर कोसने वाले RJD नेता तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी चुप क्यों हैं.2019 का लोकसभा चुनाव हो2020 का बिहार विधानसभा चुनाव, उस दौरान लगभग हर रोज RJD नेता तेजस्वी यादव और RCP सिंह पर हमला करते थे। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव मीडिया में आकर लगातार बयान देते थे कि बिहार में लोगों से RCP टैक्स वसूला जाता है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी आरोप लगाते थे कि मुख्यमंत्री नीतीश ने पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह को खुली छूट दे रखी है।RCP सिंह पैसों और जमीन की वसूली में नालंदा जिले के लोगों पर भी रहम नहीं कर रहे हैं। गौर करने वाली बात यह है कि जब जेडीयू ने ही आरसीपी सिंह को अकूत दौलत बनाने के मामले में नोटिस जारी किया है तो तेजस्वी यादव चुप हैं। उनकी पार्टी आरजेडी इसे JDU का अंदरुनी मसला बता रही है. वहीं सूत्रों का कहना है कि सीएम नीतीश कमजोर हो चुके हैं. जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और जेडीयू पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की सलाह पर काम कर रहे हैं. और दोनों को भारतीय जनता पार्टी से खुन्नस है. लल्लन और उपेंद्र को भारतीय जनता पार्टी ने केंद्र में मंत्री नहीं बनाया इसी का बदला लेने ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा लगातार नीतीश कुमार को समझा रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी के साथ रहने में कोई फायदा नहीं है. आपको बहुत जल्द बिहार में फिर से चाचा भतीजा की जोड़ी की सरकार देखने को मिलेगा. सूत्रों का कहना है कि तेजस्वी यादव और सीएम नीतीश में मुलाकात भी हो चुकी है.