शैलेश तिवारी, वरीय संपादक /पटना : दारोगा प्रसाद राय स्मारक न्यास के बैनर तले शुक्रवार को दरोगा राय पथ स्थित ट्रस्ट भवन में जन्म शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत स्व. दरोगा प्रसाद राय के तैल चित्र पर पुष्पांजलि कर एवं दीप प्रज्वलित कर की। इसके पश्चात आगत अतिथिओं ने “दारोगा राय : एक संपूर्ण व्यक्तित्व” नामक स्मारिका का विमोचन किया। कार्यक्रम की शुरुआत कलाकारों द्वारा लोक गीत और ग़ज़लों से की गई। बिहार के प्रसिद्ध गायक सत्येंद्र संगीत ने ये है मेरा बिहार, बेदर्दी तेरे गांव में और कजरी जैसे मधुर गीतों से कार्यक्रम में समां बांध दिया। वहीं गायक अभिषेक मिश्रा ने महफ़िल में बार-बार उनपे नज़र गई, नैना अपने पिया से लगा आई रे, आओगे जब तुम ओ साजना जैसे सूफी और गज़ल गीतों से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम में गायक नीतू कुमारी नूतन, सुरभि अग्रवाल, समिता राव, जिया ने भी अपने बेहतरीन गानों की प्रस्तुति से लोगों का मन मोह लिया। जबकि भी ब्रदर्स बैंड ने अपने दमदार प्रस्तुति से दर्शकों का दिल जीत लिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे दारोगा प्रसाद राय के पुत्र व बिहार सरकार के पूर्व मंत्री चन्द्रिका राय ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि बिहार के दसवें मुख्यमंत्री स्वर्गीय दारोगा राय कि जयंती का यह शताब्दी वर्ष है। उन्होंने दारोगा राय की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश कि आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए वे आंदोलन के दौरान कई बार जेल भी गए। देश को स्वतंत्रा हासिल हो जाने के बाद उन्होंने अपनी राजनीती कि शुरुआत डिस्ट्रिक्ट बोर्ड से की। इसके बाद वह परसा विधानसभा से विधानसभा का चुनाव जीतकर विधायक बने फिर बाद में उन्हें मंत्री बनने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ। कृषि मंत्री और वित्त मंत्री बनने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद को भी सुशोभित किया। चंद्रिका राय ने लोगों को उनके पदचिन्हों का अनुसरण करने को कहा।दारोगा प्रसाद राय स्मारक न्यास के सचिव बिपिन कुमार ने बताया कि जन्म शताब्दी समारोह के उपलक्ष्य में आज पटना, छपरा, परसा व बजैहियाँ सहित राज्य के अन्य जगहों पर दारोगा प्रसाद राय जी की जयंती मनाई गई है।कार्यक्रम में ट्रस्ट से जुड़े सेवानिर्वित आईएएस राम बहादुर यादव, पूर्व उपमहापौर श्याम बाबू राय, पूर्व विधायक रघुनन्दन मांझी सहित नेता, समाजसेवी व गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही।