शिप्रा की रिपोर्ट /मणिपुर में जदयू विधायकों के टूटने पर दिया बयान.अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में विधायक जो हमारे जीते बीजेपी को हरा कर जीते है.अरुणाचल प्रदेश में 7 सीट जीता था और मणिपुर में छह बीजेपी को हराकर जीता था.अरुणाचल प्रदेश में 2020 में जो बीजेपी ने किया विधायकों वह गठबंधन का धर्म नहीं निभाया.मणिपुर में जो विधायकों को तोड़ा गया धनबल का प्रयोग हुआ था.प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार और सदाचार का परिभाषा बदल रहे हैं.धनबल का प्रयोग प्रधानमंत्री कर रहे हैं तो वह सदाचार है.विपक्षी पार्टी अगर एक मंच पर आ रही है तो भ्रष्टाचार है.जितने दादी लोग अगर बीजेपी में चले जाएं तो वह साफ-सुथरे और धुले हुए हो जाते हैं.2023 में जदयू राष्ट्रीय पार्टी बनेगी बीजेपी इसे रोकने के लिए कितनी भी कोशिश कर ले.प्रधानमंत्री 2015 विधानसभा चुनाव में में 42 सभा किया था और 53 सीट आया था बीजेपी को.जदयू की चिंता बीजेपी छोड़ दे 2024 की चिंता बीजेपी करें जुमलेबाज देश से विदा हो रहे हैं.थर्ड फ्रंट बनाने की कोई जरूरत नहीं है.जदयू का यह प्रयास है कि सभी दलों को एक मंच पर लाएं और एक साथ मिलकर बीजेपी के खिलाफ जाएं.बीजेपी महाराष्ट्र में झारखंड मध्य प्रदेश दिल्ली में जो सरकार बदलने का प्रयास कर रहे हैं उसका असर देश में दिख रहा है.इस तरह की कार्यवाही बता रही है कि बीजेपी बौखलाहट में है और घबराए हुए हैं 2024 को लेकर.बिहार के नस नस में राजनीति भरी हुई है और यहां बहुत दिन से बीजेपी कोशिश कर रही थे.मगर यहां कुछ नहीं होने वाला हमारे पार्टी के एक एजेंट को यह काम में उन्होंने लगाया था.