जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, दशलक्षण पर्व के तीसरे दिन शुक्रवार को कदम कुआं स्थित पाटलिपुत्र दिगंबर जैन समिति परिसर में भोपाल से आये पंडित प्रकाश चंद्र जैन शास्त्री ने बताया कि उत्तम आर्जव धर्म जीवन में उतारना चाहिए। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में वर्णित है कि जो व्यक्ति छल कपट का अपने जीवन में सहारा लेता है, जिसे पशुता की संज्ञा दी गई है। इसलिए उत्तम आर्जव के दिन संकल्प लेना चाहिए कि जीवन में कभी भी छल कपट नही करेंगे।उन्होंने कहा कि “कपट न कीजे कोय चोरन के पुर न बसे” यानि कपट किसी को नहीं करना चाहिए, क्योंकि चोर आदि लोग छल कपट से धन कमाता है लेकिन फिर भी वो अपना घर गांव बसा नही पाता है। इसलिए छल कपट का त्याग कर देना चाहिए और जीवन में उत्तम आर्जव धर्म को उतारना चाहिए।