जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 04 सितम्बर::भोपाल से आये पंडित प्रकाश चंद्र जैन शास्त्री ने रविवार को कदम कुआं स्थित पाटलिपुत्र दिगंबर जैन समिति परिसर में दशलक्षण पर्व के पांचवे दिन भक्तिपूर्वक भगवान श्री पार्श्वनाथ जी का अभिषेक पूजन करने के बाद बताया कि सत्य हर प्राणी के जीवन का आधार है, जब तक हमारे जीवन में सत्य का संचार नही होगा तब तक हमें अपने ईश्वर का साक्षात्कार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जिसके हृदय में सत्य होता है उसके अंदर ईश्वर का वास होता है।पंडित पी सी जैन शास्त्री ने कहा कि आज अधिकांश लोग झूठ में जी रहे है और असत्य का संभाषण करने में आनंद उठा रहे है, परन्तु वे यह भूल जाते है कि जितना असत्य बोलकर आनन्द ले रहे है, उसका फल भोगने में उतना ही रोना पड़ता है। क्योंकि असत्य का फल बड़ा ही कष्टकारी होता है। जब एक झूठ के लिए राजा वसु को नरक के दुखों को भोगना पड़ा था, हमलों तो प्रतिदिन कितना झूठ बोलते है तो हम लोग का क्या होगा।उन्होंने कहा कि शास्त्रों में उल्लेख है कि “सांच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप” अर्थात् सत्य के समान कोई तप नहीं और झूठ के समान कोई पाप नहीं होता है।इसलिए आज संकल्प लेना चाहिए कि कोई तप भले ही न करे पर हमेशा सत्य बोलेंगे, यही सबसे बड़ा तप होगा और हमारे संसार के कष्टों को दूर करने में सहायक होगा।
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