उमर फारूक की रिपोर्ट /अमड़ापाड़ा:- थाना क्षेत्र के पचुवाड़ा गांव में मंगलवार को कोल कंपनी और ग्रामीणों के बीच बैठक हुई. इसमें कई फैसले लिए गए. इन फैसलों में कोल कंपनी की ओर से ग्रामीणों की मदद के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था, अस्पताल में बेहतर इलाज की व्यवस्था, स्कूल के लिए बस की व्यवस्था सहित अन्य शामिल हैं. बैठक में ग्रामीणों ने कोल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि कोल कंपनी द्वारा स्थानीय युवाओं को दरकिनार कर बाहर के लोगों को रोजगार व ट्रांसपोर्टिंग मुहैया कराया जाता है. स्थानीय लोगों को सुविधाएं मुहैया नहीं कराई जा रही है. अस्पताल, स्कूल, बिजली सहित अन्य समस्याओं पर भी चर्चा की गई. ग्रामीणों की समस्या सुनने के बाद कोल कंपनी एंबुलेंस और ग्रामीणों के बीच यह तय हुआ कि व कॉल कोल कंपनी डब्ल्यूबीपीडीसीएल और एमडीओ बीजीआर द्वारा ग्रामीणों को जाएगा. अस्पताल में दवा के साथ-साथ एंबुलेंस की व्यवस्था दी जाएगी. स्कूल व कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों को चिह्नित कर छात्रवृत्ति पर विचार किया जाएगा. बच्चों को अमड़ापाड़ा या फिर मंजीराबाड़ी स्कूल जाने के लिए स्कूल बस उपलब्ध कराया जाएगा. खराब पड़े सभी चापाकल को ठीक कराया जाएगा. इसके अलावा कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत विस्थापित एवं प्रभावित सहित पचुवाड़ा के इच्छुक ग्रामीणों को विभिन्न तरह का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि उन्हें रोजगार का अवसर प्राप्त हो सके. मौके पर डब्ल्यूबीपीडीसीएल के कल्याण पदाधिकारी, बीजीआर प्रबंधन की ओरसे पीआरओ संजय बेसरा, जेम्स मुर्मू के अलावा उपप्रमुख शिवलाल देहरी, ग्रामीण रंजन मरांडी, राजू मुर्मू, प्रेम मिर्धा, ताला मुर्मू, वकील केवट, संतोष केवट, मनोज सहित अन्य मौजूद थे।