CIN झारखण्ड ब्यूरो /-देश के प्रशिद्ध और झारखंड के इकलौते सिद्धपीठ राजरप्पा मंदिर में नवरात्र के प्रथम दिन माँ शैलपुत्री की पूजा , आज नवरात्र के मौके पर श्रद्धालुओं का माता के दरबार मे लगा जमावड़ा , कोलकता से आये कारीगरों ने माँ छिन्नमस्तिके मंदिर को विभिन्न तरह के फूलों से सजाने में जुटे है , श्रद्धालु भैरवी और दामोदर के संगम में स्नान कर मंदिर में मत्था टेक माँ से मनोवांछित फल मांग रहे है-झारखंड के प्रशिद्ध सिद्धपीठ राजरप्पा मंदिर में नवरात्र के विशेष मौके पर देश ये अलग अलग राज्यो से श्रद्धालु माँ छिन्नमस्तिके देवी की पूजा अर्चना करने पहुंच रहे है, राजरप्पा मंदिर का महोत्व नवरात्र में बिशेष होता है , सच्चे मन से माता से जो भी श्रद्धालु मांगते है माँ उसे जरूर पूरा करती है राजरप्पा मंदिर के बरिष्ठ पुजारी ने बताया –आज 2022 शारदीय नवरात्र का प्रथम दिन है देवी दुर्गा का प्रथम स्वरूप मा शैलपुत्री की कलश स्थापना कर बिधिवत पूजा किया जाएगा,इस बार भगवती का गज से आगमन है और नौका से गमन है,इसका अर्थ है बार बहुत ही अच्छा होगा ,आज से फूलों से माता के दरबार सजाया जाएगा.श्रद्धालु कतार बद्ध होकर माँ छिन्नमस्तिके देवी की जयकारे के साथ पूजा कर रहे है जिला पुलिश की जवान सुरक्षा में लगे हुए है हरियाणा से आये एक श्रद्धालु ने बताया–माँ की बहुत कृपा है, यहां आने से सभी मन्नते पूरी होती है,बहुत सुकून मिलता है आज माँ का प्रथम दिन है..माँ छिन्नमस्तिके देवी के दरबार से कोई खाली हाथ नही जाता है , तभी तो सालोभर इनके दरबार मे श्रद्धालुओ की भीड़ रहती है , मन्नते पूरी होने पर अपने परिवार के साथ मथ्था टेकने पहुंची एक महिला श्रद्धालु ने बताया –आज नवरात्र का पहला दिन है बेटा अग्निबीर के लिए फॉर्म भरा था,माता से मांगे थे दौड़, मेडिकल, सब अच्छा होगा तो नवरात्र में पूजा करेंगे सब अच्छा हुआ अब एक्जाम है आज इसलिये आये है,जो सोचे थे वह पूरा हो गया..