चंडीगढ़, निखिल दुबे : डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब, गौरव यादव जो ऑनशोर सिक्योरिटी कोऑर्डिनेशन कमेटी (ओएससीसी) के अध्यक्ष भी हैं, ने तेल और गैस कंपनियों को तेल और गैस, जो महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सम्पतियाँ हैं, की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाने के लिए पंजाब पुलिस द्वारा हर संभव सहायता और समर्थन का आश्वासन दिया। डीजीपी आज चंडीगढ़ में राज्य में तेल-गैस सम्बन्धित बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए किए गए सुरक्षा उपायों की समीक्षा के लिए गैस अथॉरटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (जीएआईएल) द्वारा आयोजित तीसरी ओ.एस.सी.सी. बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में एडीजीपी आंतरिक सुरक्षा आर.एन. ढोके और एडीजीपी सुरक्षा सुधांशु श्रीवास्तव, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों के अलावा आईओसीएल, एचपीसीएल, बीपीसीएल, एचएमईएल और टोरैंट गैस समेत सभी तेल और गैस कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। बैठक के दौरान कई मुद्दों जैसे स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजजऱ् (एसओपीज़), सुरक्षा को बढ़ाना, सीसीटीवी और ड्रोन निगरानी के द्वारा चौकस रहने संबंधी विचार-विमर्श किया गया, जिसका उद्देश्य हितधारकों के दरमियान बेहतर तालमेल बनाना था।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि वैसे तो पंजाब अब तक सुरक्षित है परन्तु पुलिस और तेल-गैस कंपनियों को हर समय सचेत रहने की ज़रूरत है और तेल एवं गैस की सुरक्षा के लिए मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने तेल एवं गैस कंपनियों और जि़ला पुलिस के दरमियान और अधिक तालमेल बनाने के लिए जि़ला स्तरीय सिक्योरिटी कॉर्डीनेशन मीटिंगें करने की ज़रूरत पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने विशेष दस्ते तैनात करने का भी प्रस्ताव दिया, जो विशेष रूप से तेल और गैस से सम्बन्धित अपराधों की निगरानी करेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस तुरंत कार्यवाही के लिए पेरीमीटर इंट्रूजऩ डिटेक्शन सिस्टम (पीआईडीएस) या आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली को शामिल करने की संभावना की भी पड़ताल करेगी। डीजीपी ने अचानक योजनाएँ और मोक ड्रिलों के नियमित अपडेट की महत्वता को भी उजागर किया। उन्होंने सभी तेल और गैस कंपनियों को हर संभव सहायता देने के लिए पंजाब पुलिस से संपर्क करने की अपील की।