जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना 10 नवम्बर::पटना के कालिदास रंगालय में 6 से 10 नवम्बर तक राष्ट्रीय नाट्य मेला महोत्सव का वृहस्पतिवार को हुआ समापन।उक्त अवधि में नाटक, नुक्कड़ नाटक, मैजिक शो (जादू), लोकगीत, लोकनृत्य, संगीत एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। मेला में रविवार (06 नवम्बर) को मिथिलेश सिंह निर्देशित रामधारी सिंह दिनकर रचित “रश्मिरथी” का मंचन हुआ। सोमवार (07 नवम्बर) को सआदत हसन मंटो रचित “काली सलवार” का हुआ मंचन, मंगलवार (08 नवम्बर) को डॉ शशि सहगल रचित “रेत और इन्द्रधनुष” का हुआ मंचन, बुधवार (09 नवम्बर) कोलक्ष्मी नारायण लाल रचित “व्यक्तिगत” का हुआ मंचन और अंतिम दिन बृहस्पतिवार (10 नवम्बर) को मो आसिफ अली रचित “मिस गुलाब जान” का हुआ मंचन।वरिष्ठ रूप सज्जाकार “बच्चन लाल” को समर्पित मेल में 08 नवम्बर को संगीत के जाने माने कलाकार देवराज मुन्ना ने अपना धमाकेदार जलवा दिखाया। देवराज मुन्ना कई पुरस्कार से सम्मानित भी हो चुके है। देवराज मीणा के ने भी धमाकेदार प्रस्तुति दी। उन्होंने “नजरिया हो हमारी ओर… और ललकी किरिनिया के कोर…” गाकर दर्शकों की वाहवाही बटोरी। गायक शिवम सागर, अमित सिंह एमी, नीतू कुमारी नवगीत एवं अन्य कलाकारों ने भी अच्छी प्रस्तुति दी। लोक नृत्य की जोड़ी में आलोक कुमार झा और पूजा ने समा बाधी।उक्त अवसर पर कलाकारों को प्रयास रंग मंडल द्वारा स्मृति चिन्ह और अंग वस्त्र देकर सम्मानित भी किया गया।