निखिल दुबे की रिपोर्ट :- सीतामढ़ी अयोध्या में प्रभु श्रीराम के मंदिर निर्माण के साथ ही सीतामढ़ी में माता सीता का भव्य मंदिर निर्माण के लिए चौतरफा उठ रही मांगों के बीच रामायण रिसर्च काउंसिल के नेशनल को-ऑर्डिनेटर व जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर हिमलायन योगी स्वामी विरेंद्रानंद जी महाराज का एलान है कि माता सीता की विश्व में सबसे ऊंची 251 फीट की प्रतिमा सीतामढ़ी में स्थापित होगी। मां जानकी जन्मस्थली सीतामढ़ी में भगवती सीता की प्रतिमा 251 फीट ऊंची होगी। यह विशाल प्रतिमा भारत के सांस्कृतिक मूल्यों का संवर्द्धन करेगा। माता सीता पर जितना अधिक कार्य करेंगे, नारी सशक्तीकरण को उतना अधिक बल मिलेगा। क्योंकि, जबतक यह धरती रहेगी माता सीता धैर्य व साहस का उदाहरण रहेंगी।महामंडलेश्वर ने शनिवार को शहर के राजोपट्टी स्थित सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए ये बातें कही। इस मौके पर सीतामढ़ी के सांसद सुनील कुमार पिंटू भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि सबसे कि इस पवित्र कार्य में सीतामढ़ी के हर धर्म तथा हर वर्ग का उन्हें काफी सहयोग मिल रहा है उदाहरण पेश करते उन्होंने कहा कि जब वह किसानों के से लगातार इस कार में भूमि देने का हवन कर रहे थे तब मोहम्मद निजामुद्दीन नाम के एक किसान ने भी उन्हें पूरी भावुकता के साथ करीब ढाई कट्ठा की जमीन दान स्वरूप देने की बात कही और कहा कि और और भी जिस मदद की आवश्यकता होगी वह भी यथासंभव पूर्ण किया जाएगा ताकि, पूरे देश व विदेशों में रह रहे लोग भी इस विषय से अवगत रहेंगे। मौके पर काउंसिल के संस्थापक व महासचिव कुमार सुशांत, उपाध्यक्ष रजनीश गुप्ता व सचिव पितांबर मिश्रा मौजूद थे।महामंडलेश्वर ने कहा कि हम काउंसिल के माध्यम से पूरे विश्व में माता सीता जी के जीवन दर्शन का प्रसार कर भारत को विश्व गुरु बनने में बल प्रदान करेंगे। इससे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त भारत को भी नया आयाम मिलेगा। काउंसिल ने इसके कार्यान्वयन के लिए श्री भगवती सीता तीर्थ क्षेत्र समिति का गठन किया है। स्थानीय सुनील सांसद सुनील कुमार पिंटू को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।
