पटना, ५ दिसम्बर। बिहार में दिव्यांगजनों के सम्यक् पुनर्वास के लिए एक अलग से विभाग सृजित करने के लिए प्रदेश के उद्योगमंत्री समीर कुमार महासेठ, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह करेंगे। यह आश्वासन उन्होंने, विश्व विकलांग दिवस के उपलक्ष्य में, इंडियन इंस्टिच्युट ऑफ हेल्थ एडुकेशन ऐंड रिसर्च के तत्त्वावधान में आयोजित चार दिवसीय समारोह के समापन पर मुख्य अतिथि के रूप में अपना व्याख्यान देते हुए दिया।उद्योग मंत्री ने कहा कि उनके विभाग में होने वाली सोलह हज़ार नियुक्तियों में चार प्रतिशत दिव्यांगों की नियुक्ति शीघ्र होगी। दिव्यांग जनों को लाभ मिले और वे समाज की मुख्य धारा में आएँ इस हेतु राज्य सरकार कृत-संकल्प है।पूर्व केंद्रीय मंत्री और पाटलिपुत्र के वर्तमान सांसद राम कृपाल यादव ने कहा कि बिहार की मिट्टी की महक और ख़ूबसूरती दुनिया भर में फैली हुई है। दिव्यांग बच्चों में में मेधा बहुत होती है। ऐसे बच्चों को अवसर मिले तो ये अनेक क्षेत्रों में बड़ी सफलता प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे विशेष बच्चों के विशेष विद्यालय और शिक्षक प्रशंसा के पात्र हैं।समारोह की अध्यक्षता करते हुए संस्थान के निदेशक-प्रमुख डा अनिल सुलभ ने कहा कि नए अध्ययन के अनुसार, बिहार में विकलांगों की कुल संख्या एक करोड़ के ऊपर है। आंशिक-विकलांग और अल्प-कालीन विकलांगता को जोड़ें तो यह संख्या करोड़ों में पहुँचेगी। दुर्घटनाओं और अन्य रोगों के कारण यह संख्या निरंतर बढ़ रही है। वैज्ञानिक-ढंग से चिन्हित किए जाने पर यह संख्या अनपेक्षित रूप से बढ़ सकती है। प्रदेश के सभी विकलांगों का पुनर्वास आज भी सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। सतही तौर पर किए जाने वाले कार्यों से यह संभव नही है। सरकार को इसके लिए एक अलग विभाग सृजित करना चाहिए, जैसा कि केंद्र सरकार और उत्तर-प्रदेश, बंगाल आदि प्रदेशों में अलग से विकलांगता पुनर्वास विभाग है। राज्य में एक दिव्यांग आयोग भी होना चाहिए।विशेष विद्यालय ‘आशा स्कूल’, दानापुर कैंट की प्राचार्या कल्पना झा, संस्थान के प्रबंध निदेशक आकाश कुमार, निदेशक आभास, डा अरजनी ठाकुर तथा डा विकास कुमार सिंह भी अपने विचार व्यक्त किए। मंच का संचालन संस्थान के विशेष शिक्षा विभाग के अध्यक्ष और दिव्यांग प्राध्यापक प्रो कपिलमुनि दूबे ने किया।इस अवसर पर विशेष बच्चों के लिए आयोजित खेलकूद प्रतियोगिताओं में विजयी विशेष बच्चों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदकों से पुरस्कृत किया गया।विशेष शिक्षक रजनीकांत, डा संजना रंजना, प्रो जया कुमारी, डा नवनीत कुमार, सूबेदार संजय कुमार, सरदार परविंदर सिंह, प्रो प्रिया कुमारी, प्रो मधुमाला, कुमारी रीमा, डा आदित्य ओझा, चंद्रा आभा, सुलक्ष्मी कुमारी समेत बड़ी संख्या में संस्थान के शिक्षक, कर्मी एवं छात्रगण उपस्थित थे।।