अजित सिंह की रिपोर्ट /ग्रामीण विकास सचिव श्री प्रशांत कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सरकार के सभी विभागों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें और लैंगिक हिंसा के खिलाफ ‘नई चेतना अभियान को सफल बनाने में अपना शत प्रतिशत योगदान दें। उन्होंने अभियान की नियमित मॉनिटरिंग और लैंगिंक भेदभाव के खिलाफ एक अंतर्विभागीय राज्य समिति की गठन का निर्देश भी दिया। वह आज एफ एफ पी बिल्डिंग सभागार में लैंगिक हिंसा के खिलाफ “नई चेतना अभियान” पर अंतर्विभागीय समन्वय बैठक में बोल रहे थे।श्री प्रशांत कुमार ने कहा कि लिंग आधारित भेदभाव को ख़त्म करने के लिए सामुदायिक भागीदारी की आवश्यकता है। इस हेतु यह आवश्यक है कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी पहुंचे, ताकि महिलाएं को उसका लाभ मिले और अपनी समस्याओं को समाधान कर सकें।मनरेगा आयुक्त सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी, JSLPS श्रीमती राजेश्वरी बी, द्वारा अभियान के उद्देश्य एवं पृष्ठ्भूमि को साझा किया गया। उन्होंने अभियान पर जागरूकता फ़ैलाने के साथ-साथ, लिंग आधारित हिंसा के रोकथाम पर जोर दिया और अन्य विभाग को आगे आकर अभियान को सफल बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अभियान को सफल बनाने हेतु समाज के सभी लोगो की भागीदारी जरुरी है । महिलाओं के खिलाफ भेदभाव एवं शोषण की पहचान होनी चाहिए।श्री राजेश्वरी बी ने सभी विभागों की भूमिका को पारदर्शी बनाने की बात कही एवं विभिन्न गतिविधि और ट्रेनिंग पर चर्चा की। उन्होंने ट्रांसजेंडर के लिए भी काम करने की बात कही। ट्रांसजेंडर और बुजुर्गों के लिए आईईसी सामग्री विकसित करने पर बात हुई। सखी मंडल की महिलाओं द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए श्रीमती राजेश्वरी बी, मनरेगा आयुक्त ने कहा, “ आजीविका मिशन के ज़रिये लिंग समानता की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किये जा रहे हैं| ग्रामीण इलाकों के कमज़ोर वर्ग को विकास की मुख्य-धारा से जोड़ने के लिए DAY-NRLM और हमारे गाँव की महिलाएं पुरजोर प्रयास कर रही हैं|”बता दें कि राज्य भर में 25 नवंबर से 23 दिसम्बर तक लिंग आधारित भेदभाव के खिलाफ ‘नई चेतना’ अभियान चलाया जा रहा है। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा क्रियान्वित इस अभियान में सखी मण्डल की महिलाओं द्वारा कई गतिविधियों के जरिए ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।जेंडर जस्टिस सेण्टर.लिंग आधारित भेदभाव के खिलाफ महिलाओं काउंसिलिंग और तत्काल मदद के लिए जेंडर जस्टिस सेण्टर की शुरुआत की गयी है। जिसका उद्घाटन 25 नवंबर को किया गया। राज्य के 5 जिलों में ( गुमला, लोहरदगा, खूंटी, सिमडेगा और पश्चिम सिंहभूम ) 16 जस्टिस जेंडर सेण्टर की शुरुआत की गयी है। अभियान की नियमित मॉनिटरिंग के लिए एक राज्य समिति की गठन की बात हुई है।बता दें कि लैंगिक हिंसा के खिलाफ महिलाओं व लड़कियों को जागरूक करने के लिए एक माह का ‘नई चेतना अभियान’ शुरू किया गया है। अभियान के तहत महिलाओं को हिंसा के खिलाफ उपलब्ध कानूनी व अन्य उपायों के बारे में जानकारी दी जा रही है। महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस के मौके पर अभियान की शुरुआत की गयी।बैठक में श्रीमती राजेश्वरी बी, मनरेगा आयुक्त सह प्रभारी मुख्य कार्यकारी अधिकारी, JSLPS, श्री बिष्णु सी परिदा, मुख्य संचालन अधिकारी, JSLPS, श्रीमती पूर्णिमा मुख़र्जी, प्रभारी राज्य कार्यक्रम प्रबंधक, सामाजिक विकास, JSLPS के राज्य कर्मी एवं अन्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे।