सीनियर एडिटर -जितेन्द्र कुमार सिन्हा,पटना, 12 दिसंबर ::जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस) ने एक दिवसीय “बिहार प्रदेश कार्यसमिति” की बैठक पटना के बीआईए सभागार में रविवार को आयोजित किया। उक्त जानकारी देते हुए प्रदेश प्रवक्ता मुकेश महान बताया कि कार्यसमिति की बैठक में बिहार के सभी जिलों से जीकेसीयनों ने भाग लिया और बैठक में अपनी- अपनी बात कही।कार्यक्रम की शुरुआत भगवान चित्रगुप्त की तस्वीर पर माल्यार्पण करते हुए और कार्यक्रम अध्यक्षता करते हैं प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने कहा कि जीकेसी ने कायस्थ एकजुटता को लेकर एक मिशाल कायम किया है। इसे बनाया रखना है। उन्होंने अपने संबोधन के बीच में, जीकेसी के उपास्थित पदाधिकारीयों का परिचय भी कराया और उनके प्रति आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने स्थानीय निकायों में कायस्थ समाज के उम्मीदवारों की जीत के लिए संगठन को कमर कस कर लगने का आह्वान करते हुए कहा कि पटना में मेयर प्रत्याशी विनीता कुमारी समेत विभिन्न निकायों के प्रत्याशियों के समर्थन की सूची जारी की गई है।ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जागो कायस्थ, जागो, अब तो चुप्पी तोड़ो, कायस्थों की उपेक्षा करने वाले सभी सत्ताधारियों के सामने एक जुट हो कर हुंकार भरो, अपनी आवाज उठाओ, अब नहीं चेते तो सता से तुम्हारा नामों निशान मिट जाएगा। पार्टी कोई भी हो, हम किसी भी पार्टी के हों लेकिन हम सब को यह जरूर याद रखना होगा कि सबसे पहले हम कायस्थ हैं।उन्होंने कहा कि दो वर्षों से भी कम की छोटी सी आयु में इस संगठन ने विश्व के दो दर्जन देशों एवं 25 प्रांतों में अपनी इकाइयाँ गठित की हैं। वहीं 200 से अधिक स्थानों पर शंखनाद यात्रायें, विश्व कायस्थ महासम्मेलन, नेपाल में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के साथ- साथ अब आगामी 17-18 दिसंबर को राजस्थान के उदयपुर शहर में “प्रथम राष्ट्रीय अधिवेशन” आयोजित कर रहा है।श्री प्रसाद ने कहा कि रोजगार, विवाह, कैरीअर काउंसलिंग, पर्यावरण संबंधी जागरूकता, कुटीर उद्योग एवं समाज के अंदरूनी विवादों के निष्पादन में भी संगठन बढ़चढ़ कर अपना योगदान दे रहा है। उन्होंने 24 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में राजनीतिक हिस्सेदारी के लिए विराट आयोजन प्रस्तावित है।उन्होंने कहा कि लक्ष्यों की पूर्ति के लिए जिलावार सम्मेलन और बड़े पैमाने पर सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। अपने गौरवशाली अतीत को दुहराने के लिए जीकेसी योजनाबद्ध तरीके से भावी रणनीति पर कार्य करने के लिये संकल्पित है।उक्त अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह बिहार प्रदेश अध्यक्ष दीपक अभिषेक ने आगामी एक वर्ष के लिये संगठन के कार्यक्रमों का कैलेंडर जारी करते हुए कहा कि 18 दिसंबर को राजस्थान के उदयपुर में आयोजित होने वाली प्रथम राष्ट्रीय अधिवेशन में सभी लोग सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान किया।उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन पटना जिला के सदस्यों के सहयोग से किया गया है, इसके लिए पटना के सभी पदाधिकारियो और सदस्यों को धन्यवाद देते हुए कहा कि पटना जिला अध्यक्ष सुशील श्रीवास्तव, जिला महासचिव धनंजय प्रसाद, बिहार प्रदेश अध्यक्ष (महिला प्रकोष्ठ) नन्दा कुमारी विशेष रूप से धन्यवाद के हकदार हैं क्योंकि इनके नेतृत्व में पुरा पटना जिला के जीकेसीयन सक्रीय रूप से शामिल थे।उक्त अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष -सह- राष्ट्रीय प्रवक्ता और प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार कमल किशोर ने कहा कि हम चाहते हैं कि हर जिले कायस्थों का अपना भवन- चित्रगुप्त भवन हो। औरंगाबाद में यह भवन बन कर तैयार हो गया है। जातियों के नाम पर कई शहरों में कई भवन हैं जो सरकारी जमीन पर बनी है। हमें भी सरकार से जमीन की मांग कर इस दिशा में पहल करने की जरूरत है।बिहार के अलग अलग जिलों से आए पदाधिकारियो एवं प्रतिनिधियों ने भी अपने मंतव्य को बैठक में रखा। सभी लोगों ने जीकेसी और ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन में अपनी आस्था व्यक्त किया और भरोसा दिलाया कि वो हर हाल में जीकेसी के साथ हैं।पटना जिला महासचिव धनंजय प्रसाद ने बताया कि कार्यक्रम का समापन ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद और प्रबंध न्यासी रागनी रंजन ने उपस्थित सभी पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों को अंगवस्त्र तथा स्मृति चिन्ह देकर किया।उक्त अवसर पर बिहार प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष नीलेश रंजन ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सभी जिला के पदाधिकारियों को चाहिए कि सदस्यता अभियान को तेज करें ताकि सदस्यों की संख्या की बढ़ोतरी तो होगी ही, साथ ही जिला में जीकेसी भी ताकतवर होगी।उन्होंने कहा कि जहां भी जिला अध्यक्ष महसूस करेंगे कि राज्य मुख्यालय का सहयोग अपेक्षित है तो हमलोग सहयोग देने के लिए तैयार रहते हैं और रहेंगे।प्रवक्ता मुकेश महान ने बताया कि बिहार प्रदेश अध्यक्ष दीपक अभिषेक ने कार्यक्रम में 10 प्रस्ताव पेश किया, जिसे सर्वसम्मती से पारित किया गया। उन्होंने बताया कि उपस्थित पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों में प्रियरंजन, संजय कुमार सिन्हा, दीप श्रेष्ठ, सुबाला वर्मा, राजेश कुमार डब्लू, अतुल आनंद सन्नु, हरि कृपाल, संजू, प्रेम कुमार, शिवानी गौड़, अनिल दास, संजय कुमार सिन्हा, जयंत मल्लिक, आशुतोष ब्रजेश, बलिराम श्रीवास्तव, दिवाकर कुमार वर्मा, अजय अम्बष्ठा, मुकेश महान, पीयूष श्रीवास्तव, सुशांत सिंन्हा, रवि सिन्हा, नंदा कुमारी, सुशील श्रीवास्तव, महासचिव धनंजय प्रसाद, निशा पराशर, अनुराग समरूप, रश्मि सिन्हा, ज्योति दास, वंदना सिन्हा, नूतन सिन्हा, रतन कुमार सिन्हा, रवि शंकर चैनपुरी, अमित प्रकाश श्रीवास्तव, शैलेश कुमार, प्रवीण सिन्हा, रवि शंकर चैनपुरी, विनय देवकुलियार, निखिल वर्मा, मनीष कुमार, धर्मांश रंजन, सरोज सिन्हा, चंदन सहाय, नीरज कुमार, सरोज सिन्हा, रविशंकर प्रभाकर, अरविंद सिन्हा, सौरभ श्रीवास्तव, बिंदुभूषण प्रसाद, अरविंद प्रियदर्शी, नवीन सिन्हा, ललित सिन्हा, शशांक शेखर, रुद्र प्रताप लाल, कृष्ण गोपाल सिन्हा, कैप्टन राणेश, निहारिका कृष्ण अखौरी, शालिनी कर्ण, सागरिका वर्मा प्रमुख थे।