झारखंड हेड अजीत सिंह की रिपोर्ट /दुमका /काठीकुंड प्रखंड को रामगढ़ प्रखंड से जोड़ने वाली सड़क का निर्माण कार्य करा रहे संवेदक कंपनी के प्रतिनिधि से लागत राशि का दस प्रतिशत 5.70 करोड़ रूपये की लेवी की मांग की गई है । इस बाबत काठीकुंड थाने में शिकायत दर्ज कराया गया है । इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आवश्यक कार्रवाई में जुट गई है ।दुमका जिले के अति नक्सल प्रभावित काठीकुंड प्रखंड में गांधी चौंक से कड़विंदा गांव तक 22 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने का काम केमेक इंजीनियर्स प्राईवेट लिमिटेड नामक कम्पनी को मिला है । इसकी लागत 57 करोड़ रुपये है । इस कंपनी से स्थानीय स्तर पर जुड़े व्यक्ति के पास भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) नाम से एक पत्र आया है जिसमें कुल निर्माण राशि 57 लाख का 10% अथार्त 5 करोड़ 70 लाख की लेवी की मांग की गई है । इसके बाद संबंधित व्यक्ति मामले को काठीकुंड थाना में देते हैं तो पुलिसिया कारवाई शुरू कर दी जाती. पुलिस उप महानिरीक्षक सुदर्शन प्रसाद मंडल ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है । इसमें तथ्य क्या है, सत्यापित किया जा रहा है । पुलिस के पास जो इनपुट है, उसके मुताबिक इस इलाके में अभी नक्सल मुुवमेंट नही है । न ही कोई दस्ता सक्रिय है । जिसने भी लेवी मांगी है, उसे पुलिस ने चिन्हित कर लिया है । पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई कर रही है ।हम आपको बता देंगे जिस काठीकुंड थाना क्षेत्र में इस सड़क का निर्माण हो रहा है , उस स्थान से महज कुछ ही किलोमीटर दूर पर वर्ष 2013 में एक बड़ी नक्सली घटना घटी थी । 02 जुलाई 2013 को पाकुड़ के पूर्व एसपी अमरजीत बलिहार जो दुमका में तात्कालीन डीआईजी प्रिया दुबे के साथ एक विभागीय मीटिंग में भाग लेकर पाकुड़ वापस लौट रहे थे , उन्हें नक्सलियों ने अपना निशाना बनाया था । घटना जमनी जंगल के पास की थी । इस घटना में एसपी अमरजीत बलिहार और उनके पांच अंगरक्षक शहीद हुए थे । इसमें नक्सलियों ने योजनाबद्ध तरीके से हमला कर एसपी सहित सभी पुलिसकर्मियों को गोली मार कर उनके सारे हथियार लूट लिए थे ।