अजित सिंह की विशेष रिपोर्ट /मकर संक्रांति के मौके पर झारखंड का सांस्कृतिक पर्व टुसु का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। मकर संक्रांति के एक दिन पूर्व झारखंड में रहने वाले लोग बाउड़ी मानते है।इस दिन चावल के चूर्ण से बना मीठा खाते हैं और इसी दिन टुसू पर्व बनाने की शुरुआत होती है। इसी को लेकर आज चास के आदर्श कॉलोनी में टुसू पर्व का आयोजन किया गया जिसमें कई रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गया।झारखंड की पारंपारिक झूमर नाच का आयोजन किया गया। जहां गांव देहात से आई महिलाएं विभिन्न गीत संगीत से नाचती गाती नजर आई और लोगों को भी झूमने पर मजबूर कर दिया। इस कार्यक्रम में आजसू पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष उमाकांत रजक भी मौजूद रहे उन्होंने कहा कि यह हमारे झारखंड की संस्कृति का एक बहुत बड़ा पर्व है जिसे धूमधाम से मनाया जाता है पर इसकी शुरुआत मकर संक्रांति के दिन पूर्व से की जाती है।बताते चलें कि रात भर महिलाएं और युवतियां झारखंड की पारंपारिक गीत संगीत से डूसू को जगाए रखने के काम करते हैं और मकर संक्रांति के दिन इस का विसर्जन किया जाता है।