झारखंड हेड अजित सिंह की रिपोर्ट- धनबाद/ प्रथम उपसमाहर्ता सीमित प्रतियोगिता परीक्षा 17 साल में पूरी हुई है। झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) ने इस परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी कर दिया। इसमें उप समाहर्ता (डिप्टी कलक्टर) के निर्धारित 50 पदों पर नियुक्ति की अनुशंसा राज्य सरकार को की गई है। इसमें झरिया के ओम प्रियदर्शी गुप्ता ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सफलता हासिल की है. उनका रैंक सात है. वे प्रशासनिक अधिकारी बनेंगे.झरिया के दिवंगत अधिवक्ता ओमप्रकाश गुप्ता के पुत्र ओम प्रियदर्शी गुप्ता फिलवक्त डिस्ट्रिक्ट इंस्टीच्यूट ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग में लेक्चरर के रूप में कार्यरत हैं उन्होंने बताया कि प्रतिष्ठित संत कोलंबस कॉलेज से भौतिकी (फिजिक्स) में परास्नातक किया. वे शिक्षा विज्ञान में भी स्नातकोत्तर (एम ए) हैं. उन्होंने एमफिल की भी उपाधि धारण की है. साथ ही, पीजीडीसीए की भी डिग्री हासिल की है.श्री गुप्ता ने कड़ी मेहनत, लगन और समर्पण से यह सफलता अर्जित की है. उनकी इस उपलब्धि पर उनके स्वजन, परिजन व शुभचिंतक बधाई प्रेषित कर रहे हैं. नवीन वर्णवाल, सुनील तुलस्यान एवं अन्य मित्रों ने भी ओम की सफलता पर हर्ष जताया है.बता दें कि झारखंड लोक सेवा आयोग ने वर्ष 2005 में ही 50 पदों के लिए प्रथम सीमित उपसमाहर्ता प्रतियोगिता परीक्षा का विज्ञापन जारी किया था। 23 अप्रैल 2006 को राजधानी के 16 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई थी। बाद में परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर विवाद हुआ तथा मामला कोर्ट में भी गया। इस बीच तत्कालीन राज्यपाल सैय्यद सिब्ते रजी ने इस परीक्षा की निगरानी जांच का आदेश दे दिया। निगरानी की जांच रिपोर्ट के आधार पर 12 जून 2013 को यह परीक्षा रद कर दी गई। बाद में राज्य सरकार ने यह परीक्षा नए सिरे से आयोजित करने का निर्णय लिया जिसके आलोक में जेपीएससी ने 19 अक्टूबर 2015 को फिर से परीक्षा लेने की सूचना जारी की। इसके बाद तीन जनवरी 2020 को यह परीक्षा आयोजित की गई जिसमें लगभग चार हजार शामिल हुए थे। परीक्षा आयोजित होने के बाद इसके परिणाम जारी होने में भी लगभग तीन साल लग गए.