मुख्य संपादक -जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना (औरंगाबाद)सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के प्रेस इनफॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी), पटना द्वारा शुक्रवार को औरंगाबाद समाहरणालय के योजना भवन सभागार कक्ष में स्थानीय मीडियाकर्मियों के बीच वार्तालाप-क्षेत्रीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन औरंगाबाद के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल, पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम, पीआईबी पटना के निदेशक आशीष लकरा, सहायक निदेशक संजय कुमार, औरंगाबाद जिले के वरिष्ठ पत्रकार कमल किशोर एवं डीपीआरओ कृष्ण कुमार ने सम्मिलित रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। मीडियाकर्मियों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करने एवं केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के सकारात्मक एवं विकासात्मक रिपोर्टिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित वार्तालाप कार्यशाला में औरंगाबाद के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक एवं ऑनलाइन मीडिया के पत्रकार शामिल हुए।वार्तालाप कार्यशाला को संबोधित करते हुए औरंगाबाद के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने कहा कि मीडिया का दायित्व काफ़ी जवाबदेही वाला है ऐसे में जब मीडियाकर्मी किसी योजना से संबंधित खबर को लिखें, तो उसमें योजनाओं की विस्तृत और सही जानकारी अवश्य लिखें। इससे लाभुकों को उस योजना के बारे में अच्छे से जानकारी मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में संबंधित योजनाओं कि क्या वस्तुस्थिति है, इसे भी समाचारपत्रों में छापना चाहिए। उन्होंने पीआईबी के बारे में बताते हुए कहा कि पीआईबी सटीक और वास्तविक तथ्य उपलब्ध कराता है। वह एक प्रकार से सरकार की ओर से उपलब्ध कराई जाने वाली वास्तविक प्रति होती है। उन्होंने कहा कि औरंगाबाद का मीडिया बेहद जिम्मेदारी के साथ कार्य कर रहा है।कार्यशाला को संबोधित करते हुए औरंगाबाद की पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम ने कहा कि मीडिया कर्मियों को खबर छापने से पूर्व उसे सत्यापित अवश्य कर लेना चाहिए। खबरों को वास्तविक तथ्य के आधार पर ही लिखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज में मीडिया की अहम भूमिका है।स्वागत संबोधन और विषय प्रवेश करते हुए पीआईबी, पटना के निदेशक आशीष लकरा ने कहा कि समय के साथ मीडिया के कार्यशैली में व्यापक बदलाव आया है। इंटरनेट के माध्यम से अब खबरें सेकेंड में पाठकों के पास पहुंच जाती हैं। लिहाजा हमें खबरों को परोसने के दौरान अब ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिला के मीडियाकर्मियों तक पहुंच बनाने के उद्देश्य से इस वार्तालाप कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इस वार्तालाप का उद्देश्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बेहतर कवरेज और लोगों तक उसकी पहुंच बनाने में मीडिया की भूमिका पर चर्चा करना है।इस अवसर पर भारत सरकार द्वारा पत्रकारों के कल्याण के लिए चलाई जा रही पत्रकार कल्याण योजना के बारे में जानकारी देते हुए पत्र सूचना कार्यालय के सहायक निदेशक संजय कुमार ने कहा कि इस योजना के माध्यम से पत्रकारों को कार्य करते समय होने वाली दुर्घटना या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के उपचार के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। कोरोना काल में बिहार में अनेक पत्रकारों को इस प्रकार की सहायता राशि भारत सरकार द्वारा दी गई है। कोई भी पत्रकार सूचना और प्रसारण मंत्रालय की वेबसाइट पर जाकर अपना विवरण भरकर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकता है तथा इस योजना के बारे में समुचित जानकारी मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।कार्यशाला को संबोधित करते हुए औरंगाबाद के जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने कहा कि मीडिया को विकासात्मक रिपोर्टिंग की ओर उन्मुख होना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सेंसेटिव खबरों को जांच पड़ताल कर ही छापना चाहिए।पंजाब नेशनल बैंक, औरंगाबाद के मुख्य प्रबंधक विनोद कुमार सिंह ने कहा कि भारत सरकार की विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनाओं से औरंगाबाद के नागरिकों को बहुत लाभ पहुंचा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना, अटल पेंशन योजना, जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना आदि योजनाओं से कई लोगों को लाभ मिल रहा है। यहां पर बड़ी संख्या में लोगों ने इन योजनाओं में अपने-अपने खाते खुलवाएं हैं। उन्होंने कहा कि स्वनिधि योजना के माध्यम से स्ट्रीट वेंडर्स को आसान किस्तों में राशि उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के बारे में ही विस्तार कुछ चर्चा की।
कृषि विभाग, औरंगाबाद के सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रक आलोक कुमार ने कहा कि किसानों तक योजनाओं के बारे में जानकारी पहुंचाने में मीडिया की अहम भूमिका है। उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि योजना के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की।