मुख्य संपादक -जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 28 जनवरी ::कला एवं शिल्प महाविद्यालय के 84वें स्थापना दिवस के अवसर पर लगी कला प्रदर्शनी का पद्मश्री आनंद कुमार ने अवलोकन किया। चित्रकला फोटोग्राफ्स, छापा कला, मूर्तिकला, पोस्टर, रेखांकन में विद्यार्थियों द्वारा सृजित कलाकृतियों को काफी देर तक निहारते रहे।मूर्तिकला विभाग के छात्र रमन ने धागे का प्रयोग करके आनंद कुमार का पोट्रेट बनाया, जिसे देखकर आनंद बहुत ही विह्वल हुए। प्रदर्शनी भ्रमण के बाद उन्होंने महाविद्यालय छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि संयोग से उनका जन्म भी कला प्रेमी परिवार में हुआ है, वह इसके मर्म से भलीभांति अवगत हैं, वायलिनिस्ट भाई प्रणव और पिता के संगीत प्रेम को याद करते हुए भावुक देखे गए। उन्होंने कई संस्मरण को आधार बनाते हुए विद्यार्थियों को जीवन और उसके लक्ष्य की प्राप्ति में प्रेरणादाई विचारों को व्यक्त किया।कला एवं शिल्प महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अजय कुमार पांडेय ने आगत अतिथियों को पुष्प, अंग वस्त्र एवं पेंटिंग देकर स्वागत किया।उक्त अवसर पर महाविद्यालय के डॉ चंद्र भूषण श्रीवास्तव, मजहर इलाही, डॉ विनोद कुमार, प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट पवन ,रेडियो जॉकी शशि, वायलिन वादक प्रणव समेत शिक्षकगण विद्यार्थीगण एवं कला प्रेमी उपस्थित थे।