कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /राजकीय तिब्बी कॉलेज एवं अस्पताल, पटना में बी. यू. एम. एस (BUMS) एवं पीजी (एमडी ) की पढ़ाई होती है, बी. यू. एम. एस (BUMS) में कुल 14 विभाग है जबकि पीजी (एमडी ) में पढ़ाई पिछले ३ साल से प्रारंभ हुए है।ज्ञात हो कि राजकीय तिब्बी कॉलेज एवं अस्पताल, पटना, भारत का एक मात्र यूनानी पद्धति का कॉलेज है जिसे बी. यू. एम. एस (BUMS) में (125) सीटों पर प्रवेश की अनुमति मिली है – यह लगातार तीसरा वर्ष है जब राजकीय तिब्बी कॉलेज एवं अस्पताल, पटना मे 125 सीटों पर प्रवेश की अनुमति मिली है। इस वर्ष बी. यू. एम. एस (BUMS) के 125 सीटों एवं पीजी/एमडी के 31 सीटों पर दाखिले की अनुमति प्रदान की गई है। यह सब बिहार सरकार के प्रयासों का फल है।5 विभागों मे एमडी/पीजी की पढ़ाई का मतलब- तीन वर्षों से शोध का कार्य भी किया जा रहा है; एमडी/पीजी के विभागों के नाम इस प्रकार हैं; 1. तहफ्फुजी व समाजी तिब्ब (Preventive & Community Medicine), 2. मोआलाजात (Medicine), 3. इलमुल अदविया (Pharmacology), 4. कुल्लियाते तिब्ब (Basic Principal of Unani Medicine) और 5. माहियतुल (Pathology).कॉलेज में १० विभाग में ओपीडी तथा ७ भूभाग में IPD की सुविधा उपलब्ध है, रोजाना ४०० से ५०० मरीज आते हैं, १२० बेड की आईपीड चल रही है !त्वचा रोग जैसे सफेद दाग, जोड़ों का दर्द, पैरालिसिस, मिर्गी, लकवा, माइग्रेन, सर्वाइकल स्पॉन्डिलोसिस, इनफर्टिलिटी, पेट का रोग, लीवर की बीमारी, डायबिटीज़, हाइपरटेंशन इतियादी का इलाज यूनानी विधि से होता है ।कॉलेज में इलाज बीत तदबीर का विभाग है जहां बिना दवा के इलाज होता है, कपिंग, हम्माम, मसाज, एक्सरसाइज सभी के सभी सुविधाएं फ्री दी जाती हैं !कॉलेज में न्यूरो रिहैबिलिटेशन यूनिट भी है जिसमे असहाय रोगों का फ्री में इलाज किया जाता है !१०० परकार की यूनानी दवाएं कॉलेज की फार्मेसी में रोज विभिन्न परकार के मरीजों को फ्री में दी जाती है