अजित की रिपोर्ट /औरंगाबाद में राष्ट्रीय लोक अदालत का हुआ सफल आयोजन मिली बड़ी सफलता ,अब तक का रिकॉर्ड वादों का हुआ निष्पादन ,वही बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य जाँच शिविर का भी आयोजन किया गया था,गौरतलब है कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार, औरंगाबाद के तत्वावधान में कल राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन व्यवहार न्यायालय, औरंगाबाद में तथा अनुमण्डलीय व्यवहार न्यायालय, दाउदनगर में किया गया था । इस राष्ट्रीय लोक अदालत का मुख्य उद्घाटन समारोह जिला विधिक सेवा प्राधिकार, औरंगाबाद के सभागार में किया गया था जिसमें अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के सचिव, प्रणव शंकर, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अमित कुमार,तथा विधि संघ के अध्यक्ष श्री रसिक बिहारी सिंह,के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत उद्घाटन किया गया था इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए सतीस कुमार स्नेही ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान लोगों को लोक अदालत का महत्व एवं फायदे के विषय में बताया गया और लोगों से अधिक से अधिक इस अवसर का लाभ उठाने हेतु अपील किया था अपने संबोधन में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के सचिव श्री प्रणव शंकर ने कहा कि राष्ट्रिय लोक अदालत का आयोजन जन कल्याण के लिए किया गया हैं, क्योंकि लोक अदालत एक एैसा माघ्यम है| जिसमें न तो किसी की हार होती हैं न ही किसी की जीत होती हैं। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अमित कुमार ने बीमा कंपनियों से जन कल्याण हेतु जितना हो सके लोगों को लाभ पहुचाने का अपील किया गया है विधि संघ के अध्यक्ष श्री रसिक बिहारी सिंह ने कहा कि लोक अदालत से मैं तब से जुडा हु जबसे इसकी परिकल्पना हुई है तथा बार हमेशा कदम से कदम मिलाकर वादों के निष्पादन में सहयोगा करता आया हैं। 23 साल पुराने मामले समेत कई दशको पुराने मामलें का भी निस्पादन किया गया है उन्ही ने कहा यह राष्ट्रीय लोक अदालत कई मामलें में अविष्मरनीय रहा इस लोक अदालत में जहा अपने वाद के निष्पादन में अपने कई रिकार्ड को तोडते हुए एक नया मिल का पत्थर स्थापित किया| वही जिला विधिक सेवा प्राधिकार, न्यायालय, अधिवक्तागण के प्रयास से दर्जनों ऐसे मामले का निष्पादन हुआ जो दसको पुराने थे जिनमें जी0 आर0 1901 मदनपुर थाना कांड सं0 02/2021 का मामला 23 साल पुराना था जो बेहद ही छोटे अपराध का था तथा उक्त वाद में सूचक रामनंदन सिंह के द्वारा गाड़ी में तोड-फोड़ हेतु दस अभियुक्तों के विरूद्ध दर्ज कराया गया था जिनमें दो अभियुक्तो की मृत्यु भी हो चुकी थी ऐसे अन्य केसो में जी 0 आर0 5303, 1044/05, 1069/05, 702/06, 1245/06, 1659/06, 810/05 आदि कई ऐसे मामले रहे जो इस लोक अदालत में निस्पादित हुए। और पक्षकारों में संतोष और उत्साह का भाव दिखाराष्ट्रीय लोक अदालत में 2537 वाद का निष्पादन के साथ कुल14.42 करोड़ का समझौता कराया गया.राष्ट्रीय लोक अदालत में मोटर दुर्घटना से सम्बन्धित 10 वादों में कुल 53.75 लाख रूपये का समझौता कराया गया| जिसमे सभी की भूमिका बेहद ही सराहनीय रही| पारिवारिक मामलें से सम्बन्धित 10 वाद, आपराधिक सुलहनीय मामलें से सम्बन्धित 350 वाद, एन आई एक्ट के 07, मामलों में 21.60 लाख का समझौता, मनीसूट 01 वाद टेलीफ़ोन के 09 मामलों में 19 हजार का समझौता, माप तौल 03 मामलों में 10500 रूपये इसके साथ साथ अनुमंडल पदाधिकारी के न्यायालय से सबन्धित 479 वाद तथा बैंक ऋण से सम्बन्धित 1671 मामलें का निस्तारण करते हुए कुल 13.66 करोड़ रूपये पक्षकारो को राहत दिया गया इस तरह कुल 2537 मामलों का निस्तारण करते हुए कुल लगभग 14.42करोड़ रूपये का समझौता कराया गया जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ो के साथ-साथ पिछले बड़े रिकॉर्ड से डेढ़ गुना से भी ज्यादा वादों का निष्पादन का रिकॉर्ड है| साल के पहले लोक अदालत में रिेकार्ड वादों के निष्पादन पर प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर ने कहा कि पिछले रिकार्ड कोर्ट में वाद 266 निष्पादित था जो इस बार 378 हैं जो लगभग डेढ गुणा से ज्यादा हैं जो एक बहुत बडी उपलब्धि हैं जिसमें माननीय निरीक्षी न्यायाधीश पटना उच्च न्यायालय श्री राजीव राय का निर्देश और जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री रजनीश कुमार श्रीवास्तव का मार्गदर्शन से यह संभव हो पाया हैं जिसमें सभी न्यायिक पदाधिकारियों, वादकारियों, अधिवक्ताओं एवं लोक अदालत से जुडें समस्त लोगों को बहुत- बहुत बधाई एवं धन्यवाद दिया है।