कौशलेन्द्र पाराशर -दिल्ली / सुप्रीम कोर्ट के सुप्रीम जज रहे एस .अब्दुल नजीर बने राज्यपाल, राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने “एक सच्चे भारतीय” को बनाया राज्यपाल. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही सरकार ने भाजपा के 4 नेताओं और 2019 में इतिहासिक भगवान राम पर फैसला सुनाने वाले उत्तम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश अब्दुल नजीर सहित 13राज्यों के राज्यपाल को बहाल कर दिया. आपको याद होगा कि कि जब ऐतिहासिक अयोध्या फैसला सुनाने का वक्त आया तो देश के लोग इस नदी पर टकटकी लगाए हुए थे कि क्या हुआ भगवान राम के पक्ष में फैसला देते हैं या मस्जिद के पक्ष में. लेकिन सुप्रीम कोर्ट केस सुप्रीम न्यायाधीश एस अब्दुल नजीर ने सभी साक्ष्ययो को देखने के बाद फैसला किया कि हमें सर्वसम्मति से भगवान राम के पक्ष में फैसला देना है. जब ऐतिहासिक राम मंदिर पर फैसला आया तो सभी लोग सन्न रह गए कि कैसे अब्दुल ऐसे नजीर ने भगवान राम के विरुद्ध फैसला देकर भारत को लोगों दो भाग में क्यों नहीं बांट दिया. अब्दुल नजीर के ऐतिहासिक फैसले से खुश होकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनको राज्यपाल के पद से सुशोभित कर दिया. अब्दुल नजीर एक सच्चे भारतीय हैं. और सुप्रीम कोर्ट के सुप्रीम कुर्सी पर बैठकर उन्होंने देश हित और लोकतंत्र के हित में फैसला सुनाया था.