जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 19 फरवरी ::जीकेसी कुटीर उद्योग की उत्पाद सामग्रियों में “लाल मिर्ची अचार” रविवार को नागेश्वर कॉलोनी के रॉयल गार्डेन स्थित जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस) के केन्द्रीय कार्यालय परिसर में लांच किया गया। उक्त जानकारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह बिहार प्रदेश अध्यक्ष दीपक अभिषेक ने दी।उन्होंने बताया कि ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद और प्रबंध न्यासी रागनी रंजन ने इस उत्पाद के लिए महिला प्रकोष्ठ को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस तरह के उत्पाद को बिहार तक ही सीमित नहीं रखना है बल्कि पूरी देश में पहुंचाना है।प्रदेश अध्यक्ष दीपक अभिषेक ने बताया कि जीकेसी की महिलाओं ने प्रबंध न्यासी रागनी रंजन के नेतृत्व में कुटीर उद्योग के तहत “लाल मिर्ची अचार” को लांच किया है। इस अचार को जीकेसी की महिला प्रकोष्ठ ने तैयार किया गया है।उन्होंने बताया कि संगठन अपने उत्पाद निर्माण की निरंतरता के लिए पहले चरण में कई महिलाओं को प्रशिक्षित किया है और प्रशिक्षित महिलाएं.पहली चरण में “लाल मिर्ची अचार” स्थानीय बाजार में लाने के लिए लांच कर दी।उन्होंने बताया कि जीकेसी कुटीर उद्योग द्वारा “लाल मिर्ची अचार” का कीमत बिहार प्रदेश के लिए प्रति किलो 650 रूपये रखा है और पहली चरण में इस पर 10 प्रतिशत की छूट दी जा रही है।प्रदेश अध्यक्ष दीपक अभिषेक ने बताया कि जीकेसी कुटीर उद्योग की उत्पाद को जब बिहार से बाहर भेजा जायेगा तो ट्रांपोटेशन शुल्क भी लगेगा, ऐसी स्थिति में बिहार में दी जाने वाली उत्पाद दर से अधिक होगा।पटना जिला महासचिव धनंजय प्रसाद ने बताया कि “लाल मिर्ची अचार” को टेस्ट कराकर बिक्री शुरू की गई। प्रारम्भ में अचार को ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद, प्रबंध न्यासी रागनी रंजन, बिहार प्रदेश अध्यक्ष दीपक अभिषेक सहित अन्य अधिकारी लोग टेस्ट किया और उसके बाद स्टॉल से अचार की बिक्री शुरु हुई।बिहार प्रदेश अध्यक्ष (महिला प्रकोष्ठ) नंदा कुमारी ने बताया कि अचार एक किलो, आधा किलो और ढ़ाई सौ ग्राम के पैक में उपलब्ध है। काउंटर से लोग अचार का टेस्ट करते हुए खरीद रहें हैं और कुछ लोग बुकिंग करते हुए डिलेवरी करने का अनुरोध कर रहे हैं।उन्होंने बताया कि प्रबंध न्यासी रागनी रंजन की देख रेख में उत्पाद की तैयारी में शुद्धता की पुरी तरह ध्यान रखा गया है। आज की दौर में प्रत्येक क्षेत्र में कैम्पटिशन है और इसमें अपने को बनाए रखने के लिए उत्पाद की शुद्धता, कम समय में उपलब्धता और किफायत दर को ध्यान में रखकर ही तैयारी की जा रही है ताकि बाजार आसानी से “जीकेसी कुटीर उद्योग” को मिल सके।बिहार प्रदेश अध्यक्ष नंदा कुमारी ने यह भी बताया कि फिलहाल कुटीर उद्योग में उत्पाद के रूप में चार तरह की बरियां और कई तरह के आचार भी तैयार किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि कुटीर उद्योग की देख रेख की पूरी जिम्मेदारी प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन अपने हाथों में ले रखी है और उन्हें सहयोग करने में स्वेता रश्मि, नीना सिन्हा, पुष्पमाला कुमारी, दुर्गा कुमारी, और आराधना रंजन कुटीर उद्योग से जुड़ कर बढ़ चढ़ कर काम कर रही है।उक्त अवसर पर अतीश रंजन, विवेक आनंद, अतुल कुमार श्रीवास्तव, आशुतोष ब्रजेश, सुशील कुमार, कमलेश कुमार सिन्हा, सागर कुमार सिन्हा, आभा सिन्हा, संजु श्रीवास्तव, सुधा श्री, अनिल कुमार दास, डा० प्रियदर्शी हर्षवर्धन, पुरुषोत्तम नारायणा गोपाल, संजय कुमार सिन्हा, मिलन सिन्हा, सुभाष नारायण मधु, गुप्त जयवर्द्धन, डा० अशोक कुमार, डा० अनिल कुमार वर्मा, आलोक वर्मा, वंदना कुमारी, अनुराग, पुष्पमाला कुमारी, ज्योति, आराधना कुमारी, रश्मि सिन्हा और प्रसून्न श्रीवास्तव उपस्थित थे।