ज्योति की रिपोर्ट : भगवान बुद्ध की पावन ज्ञान भूमि बोधगया में फ्रांसीसी महिला डॉ. जेनी पेरे के सामाजिक कार्यों को देखने के लिए विश्व के कई देशों का 56 सदस्यी शिष्टमंडल पहुंचा. जहां स्कूली बच्चों एवं स्थानीय लोगों द्वारा फूलों की बारिश कर उनका जोरदार स्वागत किया गया. इस दौरान कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी की गई. शिष्टमंडल में शामिल विदेशी मेहमानों का जोरदार स्वागत किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत भारत और फ्रांस देश के राष्ट्रीय गान के साथ किया गया.गौरतलब है कि फ्रांसीसी महिला डॉ. जेनी पेरे द्वारा विगत 23 वर्षो से बोधगया में गरीब एवं दलित बच्चों के लिए निशुल्क विद्यालय चलाया जा रहा है. जहां बच्चे एवं बच्चियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ब्यूटीशियन, सिलाई, योगा, कराटे सहित कई गुर सिखाए जाते हैं.इस मौके पर स्पेन से आए स्वामी रामेश्वरानंद ने कहा कि 56 सदस्यीय शिष्टमंडल भारत भ्रमण पर निकला हैं. जिनमें फ्रांस, बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया और चिल्ली देश के सदस्य शामिल हैं. मम्मी जी के सामाजिक कार्यों के बारे में हमने पूर्व में सुना था. इसी क्रम में हम लोग बोधगया पहुंचे हैं. दलित एवं गरीब बच्चों के लिए किए जा रहे कार्यों को हमने देखा है. बिहार में भी कोई इस तरह का कार्य कर सकता है? ऐसी हमने कल्पना भी नहीं की थी. लेकिन यहां आकर हमें काफी अच्छा लगा. मम्मी जी बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ निशुल्क शिक्षा भी दे रही हैं, जो बहुत अच्छी बात है. हम लोगों ने भी इनकी मदद करने के लिए सोचा है. आने वाले समय में हम लोग अपनी तरफ से हर संभव मदद करेंगे.वही फ्रांसीसी महिला डॉ. जेनी पेरे ने कहा कि स्वामी जी के नेतृत्व में कई देशों के लोग हमारे विद्यालय में आए हैं. उनसे मिलकर काफी अच्छा लगा है. सभी ने हमारे द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की है. उनके यहां आने से एक-दूसरे को समझने और नजदीक आने का मौका मिला है. यह हमारे लिए बहुत ही गौरव की बात है.वहीं स्थानीय समाजसेवी मुन्ना पासवान ने कहा कि स्वामी जी के नेतृत्व में 56 सदस्य शिष्टमंडल बोधगया पहुंचा है. जहां मम्मी जी द्वारा संचालित विद्यालय एवं उनके विभिन्न कार्यों को लोगों ने बारीकी से देखा और काफी सराहना की है. साथ ही गरीब और दलित बच्चों की शिक्षा के लिए आर्थिक मदद करने की भी बात कही है. उनके आने से हम लोगों को काफी खुशी हो रही है. सामाजिक कार्यों के लिए शिष्टमंडल द्वारा काफी सराहना की गई है.