पटना ब्यूरो /अत्यंत दुःखद ! हिन्दी भाषा के महान ध्वज-वाहक और देश के वरिष्ठतम पत्रकारों में अग्र-पांक्तेय डॉ. वेदप्रताप वैदिक का आज प्रातः हृदय गति रूक जाने से निधन हो गया। उनकी आयु 79 वर्ष थी। हमने आज एक महान-हिन्दी-सेवी और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के विद्वान को खो दिया है। यह राष्ट्र की एक ऐसी क्षति है, जिसकी पूर्ति नहीं हो सकती।बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन ने भी अपना एक सच्चा-हितैषी और अभिभावक-परामर्शी खो दिया है। सम्मेलन से उनका गहरा आत्मीय लगाव था। वे हमारा प्रत्येक आमंत्रण स्वीकार करते रहे। सम्मेलन के विगत ४१वें महाधिवेशन का उद्घाटन उन्होंने ही किया था।
उनके निधन से समस्त हिन्दी-जगत में शोक की लहर है।
उनके परिजनों से प्राप्त सूचनानुसार कल (15 मार्चको )सुबह 9 बजे से 1 बजे तक उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए उनके निवास स्थान गुड़गांव (242, सेक्टर 55, गुड़गांव) में रखा जाएगा। पार्थिव देह का अग्नि-संस्कार, लोधी क्रेमेटोरियम, नई दिल्ली में बुधवार, शाम 4 बजे किया जाएगा ।बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन, हिन्दी-जगत के इस महान और अनमोल-रत्न के निधन पर मर्माहत है। हम आर्त-मन से शोक व्यक्त करते हुए, पूरी श्रद्धा के साथ दिव्य पुण्यात्मा के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं : डा अनिल सुलभ