कौशलेन्द्र पाराशर पटना से /बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने नेता प्रतिपक्ष श्री विजय सिन्हा से तमिलनाडु मामले पर माफी की मांग करते हुए कहा कि उन्होंने जिस तरह से माहौल बनाकर विधानसभा में बाते की थी उसका पोल खुल गया । और क्षेत्रीयता कि भावना को भड़काने का जिन लोगों ने काम किया था उसकी कलई खुल गई और जब सच्चाई सामने आने लगा तो अब बौखलाहट में नेता प्रतिपक्ष उल- जुलूल बयान दे रहे हैं ,जबकि सच्चाई तो यह है कि इस तरह के मामले में कहीं ना कहीं उन शक्तियों का हाथ रहा है जो देश में नफरत का माहौल खड़ा करके राजनीतिक रोटी सेंकने का काम करते रहे हैं, और इस मामले में जब तथ्यों के साथ बिहार एवं तमिलनाडु पुलिस ने एक यूट्यूबर को गिरफ्तार किया है तो इनकी बेचैनी यह बता रही है कि किस तरह से राजनीति साजिश रची गई थी । और इस साजिश में जिनकी भी भूमिका है वह जांच में सब कुछ स्पष्ट रूप से सामने आ जाएगा। सांच को आंच क्या? सच्चाई से रूबरू कराने के लिए बिहार से चार सदस्यीय टीम ने तमिलनाडु जाकर जांच के बाद सब कुछ स्पष्ट कर दिया। और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन सहित तमिलनाडु के प्रशासन ने भी वहां रह रहे हिंदी भाषी लोगों से मिलकर सारी बातों से अवगत हुए तब भी लोगों ने स्पष्ट कर दिया यहां ऐसा कोई मामला हुआ ही नहीं था । तब भी भाजपा बेशर्मी के साथ इस मामले में थेथरोलॉजी की राजनीति कर रही है । और झूठ की खेती के सहारे अपने उन लोगों को बचाने का प्रयास कर रही है, जो इस तरह की साजिश में संलिप्त रहे हैं या जिनकी भूमिका स्पष्ट रूप से सामने आ रही है। तब से बेचैनी में भाजपा है यह इस बात से समझा जा सकता है कि गिरफ्तारी होते ही मामले में स्क्रिप्टेड और प्रायोजित जिन लोगों की भूमिका थी वह भी सब धीरे-धीरे सच के आईने में आ रहे हैं और सच्चाई को कोई भी बनावट से समाप्त नहीं कर सकता है। इस मामले में जो भी लोग संलिप्त रहे हैं वह सभी कानून के दायरे में आएंगे कोई भी बचने वाला नही है।