सौरभ निगम की रिपोर्ट /”गर्भनाल” कोई भी ले सकेगा, बीमारियों के इलाज में कारगर है.जन्म के बाद लिए जाते हैं गर्भनाल के नमूने. गर्भनाल शिशु को गर्भाशय से जोड़ता है. इसमें स्टेमसेल “मूल कोशिका” होती है. इंसान का सृजन होता है.गर्भनाल में खुद नवीनीकरण की क्षमता होती है. इस प्रकार इस मस्ती मजाक के विकृति जो कैंसर और प्रत्येक प्रतिरोधक तंत्र होने के कारण बनती है उसे ठीक करने की क्षमता होती है . कई अनुवांशिकी बीमारियों का भी ठीक कर सकता है. स्टेम सेल तकनीक से दूल्हा बीमारियों के उपचार को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने परिवार के बाहर भी इस्तेमाल की मंजूरी देने का फैसला किया. केंद्र सरकार ने अपने नियम में कहा है कि इसमें महिला की अनुमति आवश्यक होगी. पूरे विश्व के साथ-साथ भारत में भी बड़े पैमाने पर लोग गर्नल को संरक्षित करा रहे हैं ताकि बच्चे को और उनके भाई बहन का कोई अनुवांशिकी बीमारी होती है तो इसके जरिए उसका उपचार सुनिश्चित किया जा सके. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने इन बैंकों को दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं.