बोकारो से विवेक कुमार की रिपोर्ट/बोकारो हवाई अड्डे में नौकरी दिलाने के नाम पर साइबर ठग की सक्रियता बढ़ गई है। इन ठगो के चलते बोकारो के हवाई अड्डे में काम करनेवाले एयरपोर्ट के सिविल एविएशन के अधिकारी खास परेशान हो रहे है क्योंकि हर रोज कोई न कोई लोग नौकरी के नाम पर यहां पहुंच जा रहे है। ऐसे में लोगो को इन साइबर ठगो से बचने की सलाह दी है।बताते चले की बोकारो हवाई अड्डे में उड़ान को लेकर अभी काम चल ही रहा है और नौकरी दिलाने के नाम पर साइबर ठगो के द्वारा अभी से ही ठगी का मामला सामने आने लगा है। इस बाबत गूगल पर साइबर ठगों के लगभग दो दर्जन लिंक ट्रेंड कर रहा हैं। अभी फिलहाल एक वेबसाइट पर बोकारो एयरपोर्ट के लिए ग्राउंड स्टाफ की बहाली की सूचना प्रसारित हो रही है।वहीं, पहले से लगभग एक दर्जन कंपनी बायोडाटा मांग रहे हैं। इसके झांसे में आकर कई युवक ठगी का शिकार होने के बाद सिर पीट रहे हैं। सोमवार को स्थानीय दो युवक युवतियां ज्वाइनिंग लेटर लेने हवाई अड्डे पहुंच गए। वहां कर्मियों से बात हुई तो पता चला कि वे ठगी के शिकार हो गए हैं। इसके पहले भी ठगी के शिकार दो लोग ज्वाइनिंग लेटर लेने पहुंचे तब खुला राज ।इसको लेकर साइबर ठगो ने वेबसाइट भी बनाया है और उसपर वेतन भी 27,500 से 49,000 हजार तक निर्धारित किया है। वेतन का लालच नौकरी का आफर देने में बड़ी कंपनियों के नाम का भी सहारा लिया जा रहा है। एक कंपनी की एचआर बताने वाली नेहा सिंह का नंबर भी वेबसाइट पर उपलब्ध है। जहां बेरोजगार युवाओं के द्वारा बात करने पर उसका रिज्यूम मागा जाता है फिर उसे जाल में फसाया जाता है। साइबर ठगो की इस करतूत से बोकारो हवाई अड्डे के निर्माण का काम देख रहे अधिकारी भी खासे नाराज है। बताते चले की ये मामला अभी थाना भी नही पहुंच पाया है क्योंकि किसी ने अभी तक थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है।बोकारो हवाई अड्डे पर इस प्रकार नौकरी मिलना संभव नहीं है। इसका संचालन एयरपोर्ट अथॉरिटी करेगी। इसकी भर्ती प्रक्रिया सरकार करती है। सुरक्षा, अग्निशमन एवं स्वास्थ्य सेवा राज्य सरकार की होती है। इसके लिए झारखंड पुलिस, अग्निशमन विभाग व स्वास्थ विभाग के कर्मियों का चयन होता है।बोकारो में सिविल एविएशन का काम देख रहे अधिकारी प्रिया सिंह का कहना है की लोगो को ऐसे ठगो से सचेत रहने की जरूरत है क्योंकि जो भी प्रक्रिया होती है वो सरकारी प्रक्रिया के तहत होती है।