उमर फारुख की रिपोर्ट /देवघर सारठ मुश्लिम टोला स्थित हजरत मखदूम शाह जहानिया जहागस्त रहमतुल्लाह अल्लाह के पवित्र एवं प्रसिद्ध मजार पर 29 मार्च से 3अप्रैल तक आयोजित होने वाले छः दिवसीय वार्षिक उर्स मेला बुधवार को प्रारंभ हो गया। उर्स मेला के पहले दिन हजरतपुर के पीर बाबा हजरत सूफी जुलकर नैन बुखारी द्वारा मजार को गोशुल (स्नान)कराकर पवित्र किया गया इस मजार पर दूर-दराज से हिन्दू व मुस्लिम समुदाय के श्रद्धालु गण मन्नते मांगने पहुंच रहे है।वही श्रद्धालुओं द्वारा मांगी गई मन्नते पूर्ण होने पर हजरत मखदूम शाह के मजार पर गाजे बाजे के साथ श्रद्धालु गण चादर पोशी करते देखे जा रहे है।गौरतलब है कि श्रद्धालुओं द्वारा मजार पर चादर पोशी का सिलसिला तीन अप्रैल तक जारी रहेगा। उनके पवित्र मजार पर प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में हिन्दू मुस्लिम श्रद्धालुओं द्वारा गाजे बाजे के साथ मुर्गा,खस्सी चादर,सिरनी आदि चढ़ावा चढ़ाया जाता है। यह मेला इस क्षेत्र में साम्प्रदायिक सद्भाव का एक मिशाल पेश करता है। देवघर जिला के सारठ में स्थित यह मजार समूचे संताल परगना प्रमंडल में अकेला उर्स है जहां बड़ी संख्या में हिन्दू मुस्लिम समुदाय के श्रद्धालु गण पहुंचते है।वही विभिन्न पार्टी के नेताओं द्वारा एवं पुलिस प्रशासन द्वारा मजार पर चादर पोशी करते है। मेले में शांति व्यवस्था कायम रखने हेतु महिला एवं पुरुष पुलिस बल तैनात किए गए है। साथ ही मेला में किसी प्रकार की अप्रिय अनहोनी ना हो सके इसके लिए सारठ पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी धीरेन्द्र नारायण बंका, अंचलाधिकारी ममता मरांडी एवं सारठ थाना प्रभारी शैलेश कुमार पाण्डेय द्वारा मेला का निरीक्षण किया जा रहा है।वही मेले में झूला,तरामाची, मौत का कुआं ,विभिन्न तरह के दुकानों ने मेले को चार चांद लगा रहे है