प्रियंका की रिपोर्ट . राजधानी पटना से महज 20 किलोमीटर दूर पर भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल के क्षेत्रीय कार्यालय के नए भवन में प्रवेश के लिए वर्षों के लंबे इंतजार के बाद आज भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल का 11 वां स्थापना दिवस फुलवारी शरीफ नवादा क्षेत्र में नवनिर्मित में क्षेत्रीय मुख्यालय में मनाया गया ।इस अवसर पर पूर्व आइटीबीपी की सेवानिवृत्त अधिकारी एवं जवानों को इस विशेष स्थापना दिवस के अवसर पर डीआईजी नरेंद्र प्रसाद सिंह के द्वारा नए पेंशनरों के उपहार स्वरूप व्यवस्था के साथ विशेष सम्मान से सम्मानित कर आइटीबीपी परिवार के विचार एवं भारतीय सेना में दिए जा रहे ऐतिहासिक सहयोग को जन जन तक पहुंचाने के लिए ..पौधा दे कर नई सामाजिक जिम्मेदारी भी दी गई है। इस अवसर पर भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल के उप महानिरीक्षक नरेंद्र प्रसाद सिंह ने पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए बताया कि बिहार प्रदेश का यह क्षेत्रीय कार्यालय अपने पारिवारिक घर के जैसा माहौल पैदा कर रहा है ।जिसमें आज आइटीबीपी के सभी सदस्यों को अपना 11वां स्थापना दिवस मनाने का ऐतिहासिक अवसर प्राप्त हुआ है । यह विशेष अवसर आइटीबीपी के करीब 43.. 44 वर्षों के सफर में सबसे खास अवसर के रूप में देखा जा रहा है . नरेंद्र प्रसाद सिंह डीआईजी आइटीबीपी क्षेत्रीय कार्यालय बिहार
मालूम हो कि इस स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर ही प्रदेश के हालात को सुधारने तथा आमजन की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहने की जिम्मेदारी निभा रहा आइटीबीपी का सहयोग कल सहरसा और नालंदा में उपद्रव के दरमियां लिया गया है जिससे किन की कार्यशैली एवं जिम्मेदारियों को समझा जा सकता है जो इनके पारंपरिक सम्मान परेड में भी झलक रहा था विशेष तौर पर भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल 1978 के पहले भारतीय सेना का एक गोरिल्ला युद्ध परिवार रहा है जो अपने युद्ध शैली के कारण आज भी पूरे विश्व में सबसे खतरनाक एवं अनुशासित संस्थान माना जाता है जिसका बिहार में यह 11वां स्थापना वर्ष जनसेवा के लिए विशेष तौर पर इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा।