पटना, १८ अप्रैल। भारत सरकार के समेकित क्षेत्रीय पुनर्वास केंद्र, पटना के सौजन्य से आज बेउर, पटना स्थित पुनर्वास-संस्थान इंडियन इंस्टिच्युट ऑफ हेल्थ एडुकेशन ऐंड रिसर्च में निःशुल्क दिव्यांग पुनर्वास शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें शारीरिक चुनौतियों का सामना कर रहे दिव्यांगों को तिपहिया साइकिल, चल-कुर्सी तथा आधुनिक श्रवण-यंत्र निःशुल्क उपलब्ध कराए गए। संस्थान के निदेशक-प्रमुख डा अनिल सुलभ तथा सी आर सी के अधिकारी विनोद कुमार ने संयुक्त रूप से सहाय-सामग्री प्रदान की।लाभार्थी दिव्यांगों में नालंदा के आशीष कुमार, नदियावाँ के शशि कुमार, नत्थुपुर,पटना के मनीष कुमार तथा बेतौड़ा, पटना के समीर कुमार के नाम शामिल हैं। शिविर में सी आर सी की ऑडियोलौजिस्ट डा चंद्रमाला शौर्या, सुमन कुमारी, संस्थान की फ़िज़ियोथेरापी विभाग की अध्यक्ष डा संजीता रंजना, डा नवनीत कुमार, संस्थान के निदेशक आभास, प्रशासी अधिकारी सूबेदार संजय कुमार, स्पीचथेरापी विभाग के अध्यक्ष डा विकास कुमार सिंह, डा पी कुमार, डा आदित्य ओझा, प्रो जया कुमारी, प्रो चंद्रा आभा, प्रो मधुमाला आदि ने अपनी सेवाएँ दी।इस अवसर पर अपने उद्गार में डा अनिल सुलभ ने कहा कि, शारीरिक चुनौतियों से सामना कर रहे व्यक्तियों के पुनर्वास और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए, यह संस्थान अपनी स्थापना के वर्ष १९९० से, ऐसे शिविर लगाता आ रहा है। इन शिविरों के माध्यम से उन लोगों को बल मिलता है, जो अपने जीवन से हताश स्वयं को उपेक्षित और अपमानित अनुभव करते हैं। यह समाज और सरकार का दायित्व है कि वह अपने बीच के ऐसे पीड़ित लाचार व्यक्तियों का सहायक बन कर उनके जीवन में उत्साह का संचार करे तथा उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाएँ। थोड़ी सी सहायता और प्रोत्साहन से ये लोग समाज का बोझ नहीं, बल्कि बोझ उठाने वाले बन सकते हैं।