1. चाइना के पास विश्व का सबसे प्राचीन कैलेंडर है। लूनर कैलेंडर की उत्पत्ति 2600 BC में हुई थी और तब उसमे 12 राशी चक्र चिन्ह थे। इसे पूरा करने में तक़रीबन 60 साल अक समय लगा।
2. टंग साम्राज्य में, किसी भी शिक्षित व्यक्ति को नमस्कार किया जाता था और आशा की जाती थी की शिक्षित व्यक्ति से आशा की जाती थी की वह कोई काव्य-कविता सुनाकर गुडबाय करेंगा।
3. चाइना में जन्मदोष का प्रमाण दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। पर्यावरणीय विभाग और अधिकारियो के अनुसार मुख्य कारण प्रदुषण है।
4. पश्चिमी संस्कृति में ड्रैगन को एक बुराई का प्राणी माना जाता है, चीनी पौराणिक कथाओ में ड्रैगन को सबसे विशाल दानव का नाम दिया गया है, दुसरे दानवो में फोनिक्स, टाइगर और कछुए का समावेश है।
5. चाइना की सबसे लंबी नदी 3,494 मील लंबी यांग्तज़े नदी और 2,903 मील लंबी पिली नदी है।
6. पश्चिम में निलंबन पुल की उत्पत्ति होने से 1800 साल पहले, 25 BC में चाइना में निलंबन पुल की खोज की गयी थी।
7. बल्ला चाइना का एक पारंपरिक भाग्य प्रतिक है, अक्सर जिसका उपयोग चीनी मिटटी, टेक्सटाइल और दुसरे उत्पादों की आकृतियों में भी किया जाता है।
8. चीनी जनसँख्या में से 92% लोग चीनी भाषा बोलते है। चीनी भाषा को सात परिवारों में बाटा गया है, जिनमे मुख्य रूप से मंडारिन, कैन्तोंसेस, वू, हक्का, गैन, ज़िंग और मिन का समावेश है।
9. चाइना का सबसे महत्वपूर्ण अवकाश (छुट्टी का दिन) चीनी न्यू इयर या लूणार नव वर्ष है। चीनी पारंपरिक रूप से यह मानते है की हर साल नए साल के दिन हर साल पुराना हो जाता है, इसीलिए इस दिन हर किसी का जन्मदिन मनाया जाता है।
10. चाइना ने ही आइस क्रीम और मार्को पोलो को खोज की है और साथ ही दुनिया भर में चीनी नूडल्स भी बहुत प्रसिद्ध है।
11. शोक या अंतिम संस्कार के लिए चाइना में काले की जगह सफ़ेद रंग का उपयोग किया जाता है।
12. चाइना को सबसे विशाल सतत चलने वाली सभ्यता के रूप में भी देखा जाता है, जिसका निर्माण कुछ इतिहासकारों ने 6000 BC में चीनी सभ्यता के रूप में किया था। साथ ही यह दुनिया में सबसे ज्यादा समय तक लिखी जाने वाली भाषा भी है।
13. चाइना की नंबर एक हॉबी (शौक) स्टाम्प एकत्रित करना है।
14. चाइना “फूलो का राज्य” के नाम से भी जाना जाता है और इनमे से बहुत से फुल और फलो की खेती आज दुनियाभर में की जाती है, जिनमे संतरा और आर्किड भी शामिल है।
15. 1300 में टॉयलेट पेपर की खोज भी चाइना में ही हुई। उस समय यह केवल कर्मचारियों के लिये ही था।
16. दुनिया में हर पाँच में से एक आदमी चीनी है। 2009 में चाइना की जनसँख्या 1,338,612,968 थी। चाइना की जनसँख्या यूनाइटेड स्टेट की जनसँख्या से चार गुना ज्यादा है।
17. चाइना दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश है।
अधिकारिक रूप से चीनी जनवादी गणराज्य (पीपल रिपब्लिक ऑफ़ चाइना), पूर्वी एशिया का एकात्मक संप्रभु राज्य है। 1.381 बिलियन की जनसँख्या के साथ, यह जनसँख्या के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा देश है।
चाइना की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा शासित इस देश की राजधानी बीजिंग है। 22 से भी ज्यादा प्रांत के अधिकार, पाँच खुले क्षेत्र, चार डायरेक्ट कण्ट्रोल म्युनिसिपेलिटी (बीजिंग, टियांजिन, शंघाई और चोंगकिंग) और दो स्वशासित विशेष प्रशासनिक क्षेत्र (होंग कोंग और मकाउ) है और साथ ही यह देश ताइवान पर संप्रभुता का दावा भी करता है।
देश के मुख्य शहरी भागो में शंघाई, गुआनझो, बीजिंग, चोंगकिंग, शेंज्हें और होंग कोंग शामिल है। चाइना के विशाल ताकत है और एशिया में चाइना के पास मुख्य क्षेत्रीय शक्ति भी है और अक्सर इसे संभावित महाशक्ति वाला देश भी कहा जाता है।
तक़रीबन 9.6 मिलियन वर्ग किलोमीटर से ढँका हुआ, चाइना जमीनी क्षेत्र के हिसाब से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है और कुल क्षेत्र के हिसाब से शायद यह दुनिया का तीसरा या चौथा सबसे बड़ा देश है, यह मापने की विधि पर निर्भर करता है।
चाइना का परिदृश्य विशाल और विविध है। हिमालय, काराकोरम, पामीर और तियन शान पर्वत श्रंखला चाइना को दक्षिण और मध्य एशिया से अलग बनाते है। चाइना की यांग्तज़े और पिली नदी, क्रमशः दुनिया की तीसरी और छठी सबसे लंबी नदी है, जो तिब्बतन प्लाटौ से शुरू होकर पूर्वी समुद्र-तट तक बहती है। चाइना का समुद्र तट प्रशांत महासागर के साथ 14,500 किलोमीटर लम्बा और बोहाई, पूर्वी चाइना और दक्षिण चाइना के समुद्रो से घिरा हुआ है।
चाइना दुनिया की सबसे प्राचीन सभ्यता के रूप में भी उभरकर सामने आया है। मिल्लेंनिया के लिये, चाइना का राजनीतिक तंत्र वंशानुगत राजतंत्र पर आधारित है, जो राजवंशो के नाम पर भी जाना जाता है।
221 BC से ही, जब किं साम्राज्य ने चीन साम्राज्य को बनाने के लिए बहुत से राज्यों का निर्माण किया था, तब इस राज्य का विस्तार कयी बार किया गया और बहुत से बदलाव भी किये गये। और 1912 में अंतिम साम्राज्य की जगह पर रिपब्लिक ऑफ़ चाइना (ROC) का निर्माण किया गया। इसने 1949 तक चाइना की मुख्यभूमि पर शासन किया था और अंततः चीनी सिविल वॉर में चाइना की कम्युनिस्ट पार्टी ने इसे पराजित किया था।
कम्युनिस्ट पार्टी ने बीजिंग में 1 अक्टूबर 1949 को जब ROC सरकार ताइवान में पुनर्स्थापित हो गयी थी तब पीपल रिपब्लिक ऑफ़ चाइना की स्थापना की थी। दोनों ROC ओत PRC शुरू से ही चाइना की वैध सरकार होने का दावा करते है। लेकिन फिर धीरे-धीरे चाइना ने वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनायी।
1978 में आर्थिक सुधार के शुरू से ही, चाइना दुनिया के सबसे तेज़ विकसित देशो में शामिल हो गया। 2014 में चाइना जीडीपी दर के हिसाब से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बना और पी.पी.पी (परचेसिंग पॉवर पैरिटी) दर के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा देश बना।
चाइना दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक और वस्तुओ का दूसरा सबसे बड़ा आयातक देश है। चाइना नुक्लेअर हथियारों के निर्माण में भी चाइना ने अपनी पहचान बनायी है और दुनिया की सबसे विशाल आर्मी भी चाइना के पास है और चाइना में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रक्षा बजेट पास किया जाता है। PRC यूनाइटेड नेशन का सदस्य है, जबकि ROC ने 1971 में यूनाइटेड नेशन सिक्यूरिटी कौंसिल का स्थायी सदस्य बनकर इसकी जगह ले ली थी।
इसके साथ ही चाइना दूसरी बहुत सी अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रिय संस्थाओ का सदस्य भी है, जिनमे WTO, APEC, BRICS, शंघाई कोऑपरेशन आर्गेनाईजेशन (SCO), BCIM और G-20 का समावेश है।