प्रिया सिन्हा -पटना ब्यूरो । आपात स्थिति में गांव के लोगों को बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) देकर उनका जीवन बचाने के लिए पारस एचएमआरआई में बुधवार को करीब 50 ग्रामीण चिकित्सकों को बीएलएस ट्रेनिंग दी गई। पारस एचएमआरआई के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने राज्य के विभिन्न जिलों से आए ग्रामीण चिकित्सकों को आपात स्थिति में मरीजों की जान बचाने का बेसिक प्रशिक्षण दिया।ग्रामीण चिकित्सकों को बताया गया कि हार्ट अटैक (हृदयाघात) के मरीजों को कैसे समय रहते बचाकर उन्हें बेहतर इलाज के लिए अस्पताल तक पहुंचाया जा सकता है, जहां विशेषज्ञ चिकित्सक उनकी जान बचा सकते हैं। उन्हें यह भी बताया गया कि हार्ट अटैक के लक्षण क्या हैं और ऐसे लक्षण पाए जाने पर मरीज का किस प्रकार प्राथमिक उपचार कर उन्हें बेसिंक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) देना है ताकि वे अस्पताल तक पहुंच सकें। इस अवेयरनेस प्रोग्राम (जागरूकता कार्यक्रम) में विभिन्न जिलों से आए ग्रामीण चिकित्सकों ने कई सवाल भी पूछे जिसका जवाब पारस एचएमआरआई के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने दिया।पारस एचएमआरआई के डॉक्टरों ने यह भी बताया कि कैसे आप पीड़ित (मरीज) को बचाकर उन्हें अस्पताल तक पहुंचाकर नई जिंदगी दे सकते हैं। ग्रामीण इलाकों में अगर किसी को हार्ट अटैक आता है या किसी अन्य प्रकार की आकस्मिक स्थिति उत्पन्न होती है तो कैसे आप मरीज को लाइफ सपोर्ट देकर उन्हें अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों तक पहुंचा सकते हैं। प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों को पारस एचएमआरआई की तरफ से प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा। इस कार्यक्रम को सफल और संचालित करने में सचिव आर.एम.पी. एसोसिएशन श्री मनीष जी, इंडियन कैंसर सोसाइटी की अकांक्षा शर्मा एंव पारस एचएमआरआई के प्रबन्धक शशि रंजन का अहम योगदान रहा।प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले ग्रामीण चिकित्सकों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए पारस हेल्थकेयर ईस्ट के रीजनल डाइरेक्टर श्री राजीव भंडारी ने कहा, “ग्रामीण चिकित्सकों की ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह था कि ग्रामीण चिकित्सकों को इस लायक बनाया जा सके कि वो अधिक से अधिक लोगों की जान बचा सके। पारस एचएमआरआई मे बिहार सरकार के सभी कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों का इलाज CGHS NABH कैश दर पर एंव गरीबी रेखा से नीचे के मरीजों का इलाज मुख्य मंत्री राहत कोष से कर रहे हैं।”पारस HMRI के बारे में पारस एचएमआरआई, पटना बिहार और झारखंड का पहला कॉर्पोरेट अस्पताल है। 350 बिस्तरों वाले पारस एचएमआरआई में एक ही स्थान पर सभी चिकित्सा सुविधाएं हैं। हमारे पास एक आपातकालीन सुविधा तृतीयक और चतुर्धातुक देखभाल, उच्च योग्य एंव अनुभवी डॉक्टरों के साथ अत्याधुनिक चिकित्सा केंद्र है। पारस इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर बिहार में अपनी विशेषज्ञता, बुनियादी ढांचे और व्यापक कैंसर देखभाल प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के लिए प्रसिद्ध है।