जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 04 मई ::लगातार सुनवाई के पश्चात जातीय जनगणना पर पटना उच्च न्यायालय पटना द्वारा लगाई गई रोक पर प्रतिक्रिया देते हुए विकासशील स्वराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश निषाद ने कहा कि, उच्च न्यायालय पटना का फैसला बिल्कुल स्वागत योग्य है, खास करके हमारे समाज (निषाद) के लिए तो बिल्कुल ही एक तरह का वरदान है, हमारे पुरखों की बेटी-रोटी के संबंध को अपनी कुत्सित मानसिकता से सरकार ने खंडित खंडित करने का कार्य किया था, जिसका हमारी पार्टी विरोध कर रही थी, हमारे निषाद समाज को 15 कोड में बांटकर खंडित- खंडित कर हमें कमजोर और निस्सहाय दिखाया जा रहा था, जो एक अपने आप में बहुत बड़ी साजिश थी।उन्होंने कहा कि सत्ता शीर्ष पर बने रहने के लिए पिछले तीन दशक से काबिज सरकार हम सभी अति पिछड़ों को ठगने का काम कर रही थी,उच्च न्यायालय ने मामले को गंभीरता से सुना और विचार कर निर्देश दिया, जिसका हम सभी तहे दिल से स्वागत करते हैं।श्री निषाद ने कहा कि दूसरे चरण के गणना शुरुआत से पहले ही हमारी पार्टी ने देश के गृहमंत्री और बिहार के महामहिम राज्यपाल से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी और समय सीमा के बाद हमारी पार्टी का राज्यव्यापी आंदोलन प्रायोजित था, न्यायालय ने हमारी वेदना को सुना और अपना निर्णय सुनाया।