निखिल दुबे की रिपोर्ट /बिहार प्रदेश राजद के प्रवक्ता एजाज अहमद ने मणिपुर हिंसा मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार हिंसा रोकने में पूरी तरह से विफल रही है,और इस मामले पर केंद्र सरकार ने कभी भी गंभीरता नहीं दिखाई ,जिस कारण हिंसा में दर्जनों लोगों की मौत हुई और बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ।इन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पूरी तरह से संवेदनहीन रही और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के चुनाव प्रचार को तरजीह दी और लगातार चुनावी मूड में हीं दिखे। जबकि मणिपुर में इंसान और इंसानियत को बचाने के लिए लोग जद्दोजहद करते रहे, और केंद्र सरकार आंखें मूंदकर नीरों की तरह कर्नाटक के चुनाव की बंसी बजाती रही ।एजाज ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने कभी भी वहां फंसे हुए छात्रों को निकालने की दिशा में गंभीरता नहीं दिखाई जिस कारण उत्तर भारतीय और बिहार के छात्र हिंसा की आग से बचने के लिए किसी तरह से अपने आप को बचाने में लगे रहे । जब केंद्र सरकार ने फंसे हुए बिहार के छात्रों को निकालने की दिशा में कोई कदम नही उठाया तब बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने पूरी गंभीरता के साथ छात्रों को सकुशल वापसी के लिए स्पेशल विमान की व्यवस्था की ।आज इस पहल का नतीजा रहा कि बिहार और झारखंड के छात्र पटना एयरपोर्ट सकुशल पहुंचे।एजाज ने आगे कहा कि मणिपुर को हिंसा के मामले में अगर केंद्र सरकार ने गंभीरता दिखाई होती तो इस तरह की स्थिति वहां पर देखने को नहीं मिलती । केंद्र सरकार के गंभीर नहीं होने के मणिपुर के हिसा में काफी जान माल का नुकसान हुआ। इन्होंने मणिपुर से सकुशल छात्रों की वापसी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव के प्रति आभार व्यक्त की कि जिन्होंने पूरी गंभीरता के साथ राज सरकार के खर्च से छात्रों की सकुशल वापसी करा कर उनके परिवार के लिए राहत प्रदान की ।