संजन की रिपोर्ट /लखनपुरा के लाल डॉ. मनीष ने दिल्ली विश्वविद्यालय में लहराया अपना परचम।पटना जिला अंतर्गत बख्तियारपुर प्रखंड के लखनपुरा गांव के निवासी श्री चंद्र मौली शर्मा और रंजू शर्मा के सुपुत्र डॉ. मनीष गत 6 मई को दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हुए हैं। इतनी बड़ी उपलब्धि पाकर पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। इनके निवास पर बधाइयों का तांता लगा हुआ है। सोशल मीडिया से लेकर गांव तक आकर सभी बधाई दे रहे हैं। एक अतिसाधारण पृष्ठभूमि से निकलकर देश के सर्वाधिक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के मुख्य विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर का पद पाना सच में एक बड़ी उपलब्धि है। उनकी इस उपलब्धि से आस पास के इलाकों के बच्चों में भी एक जोश और उत्साह जगा है कि अगर आप कुछ ठान लेते हैं तो उसे पूरा किया जा सकता है। डॉ. मनीष ने मैट्रिक तक की पढ़ाई अपने गांव के सरकारी विद्यालय से ही की थी। इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली चले गए और देश के सर्वोच्च संस्थानों दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अपनी बीए, एमए और पीएचडी की उच्चतर शिक्षा पूर्ण की। उन्होंने पहले भी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा आयोजित अखिल भारतीय स्तर की नेट-जेआरएफ परीक्षा में 81 प्रतिशत से भी अधिक अंकों के साथ जेआरएफ उत्तीर्ण कर क्षेत्र और राज्य का मान बढ़ाया था। पिछले 4 वर्षों से वे दिल्ली विश्वविद्यालय के ही प्रतिष्ठित हंसराज कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्य कर रहे थे। अब देश भर में अकादमिक दुनिया के शीर्ष पर स्थित दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में नियुक्त होकर उन्होंने अपने परिवार, गांव, क्षेत्र के साथ-साथ बिहार राज्य का भी मान बढ़ाया है।