सियाराम मिश्रा -वाराणसी/ बिहार के पूर्व राज्यपाल और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. गोविंद नारायण सिंह जी की 18 वीं पुण्य स्मृति काशी पत्रकार संघ के पराड़कर स्मृति सभागार में मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री विद्यासागर रायने डॉ. गोविंद नारायण सिंह जी की तस्वीर पर पुष्प चढ़ाया और अपने संबोधन में कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के एक सम्मानित प्रोफ़ेसर के रुप में महामना मालवीय जी के विचारो से प्रभावित थे उन्होने 1967 में जनसंघ के साथ मिलकर पहली संविद सरकार बनाई जो भारतीय राजनीति का एक चर्चित प्रकरण रहा है। भाजपा दिल्ली प्रदेश के मंत्री और डॉ. गोविंद नारायण सिंह न्यास के अध्यक्ष नीरज तिवारी ने आगंतुकअतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि बिहार में राज्यपाल रहते हुए उन्होने आम जनता की समस्याओं के समाधान के लिए जनता दरबार भी लगाया था जो शिक्षा संस्थानों में बड़े बदलाव किए थे, जो आज भी लोग याद करते हैं। इस अवसर पर प्रमुख वक्ता के रुप में बोलते हुए श्री नीरज तिवारी ने कहा कि डॉ. गोविंद नारायण सिंह हिन्दी, संस्कृत और अंग्रेजी भाषाओं के बड़े विद्वान के रुप में अनेकों पुस्तकों की रचना की है। कई बार पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी बाजपेई जी और पूर्व विदेश मंत्री श्री जशवंत सिंह ने राष्ट्र की प्रमुख समस्याओं के समाधान हेतु विचार विमर्श भी किया क्योंकि उनका विचार सनातन संस्कृति और राष्ट्रवाद से प्रेरित था! इस अवसर पर संस्था की कोषाध्यक्ष और श्री सिंह की रक्त वंशज डॉ. सिंधुजा तिवारी ने मध्यप्रदेश में दाऊ के नाम से विख्यात श्री सिंह के जीवन प्रसंग की कई प्रेरक कहानियां बताई। कार्यक्रम में श्री विद्यासागर राय, श्री आत्म विश्वेसर, श्री साधना वेदांती, श्री अशोक पटेल, श्री मधोप सिंह, श्री मुन्ना पाठक सहित अनेकों वक्ताओं ने डॉ. गोविंद नारायण सिंह को भारतीय राजनीति का एक महान राजनेता की संज्ञा दी। कार्यक्रम का संचालन श्री मुन्ना पाठक ने किया और धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती सिंधुजा तिवारी ने किया।