प्रियंका भारद्वाज की रिपोर्ट :बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज़ अहमद ने अपने वक्तव्य में कर्नाटक के चुनाव परिणाम पर कहा कि बिहार से जो नफरत के खिलाफ मोहब्बत की राजनीति का संदेश निकला है, उसे कर्नाटक की जनता ने भी स्वीकार किया है ।और यह बदलाव की बयार देश स्तर पर देखने को मिल रहा है, उपचुनाव में भी देश की जनता ने भाजपा को नकार दिया है ।इन्होंने आगे कहा कि देश की जनता महंगाई ,बेरोजगारी, जनविरोधी नीतियों, महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचार तथा गरीबों को और गरीब बनाने वाली पॉलिसी से तंग आ चुकी है। और यह सबको पता है कि भाजपा इन सभी ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ही नफरत और धार्मिक उन्माद की राजनीति करके आम आवाम को भ्रम में रखने की नीति अपनाए हुए है।एजाज ने आगे कहा कि विडंबना यह है कि जनसरोकार तथा जनहित के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा जिस तरह का राजनीतिक प्रपंच कर रही है और केंद्र सरकार के द्वारा जिस तरह से बड़े औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए नीतियां बनाई जा रही हैं और देश के अंदर गरीबों की संख्या निरंतर बढ़ रही है यह चिंताजनक की स्थिति है, लेकिन इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोई ध्यान नहीं है । और वह सिर्फ और सिर्फ मुद्दों से भटकाने के लिए वैसी बातों को प्रचार कर रहे हैं जिससे देश के आम लोगों का इससे कोई लेना देना नहीं है।इन्होंने यह भी कहा कि कर्नाटक के चुनाव परिणाम के बाद भाजपा को ये स्पष्ट करना चाहिए की जब जीत होती है तो नरेंद्र मोदी की जीत की बात की जाती है, और पराजय के बाद अब किसकी पराजय मानी जाएगी। यह भी स्पष्ट कर दें, क्योंकि देश में जिस तरह से उत्तर प्रदेश में योगी की जीत को प्रचारित किया जा रहा है, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि मोदी के नेतृत्व मे कर्नाटक की हार को छुपाने के लिए योगी की जीत का प्रचार किया जा रहा है। क्या भाजपा 2024 का चुनाव अब योगी के नेतृत्व में लड़ेगी।