धीरेन्द्र वर्मा -दिल्ली ब्यूरो / सुप्रीम कोर्ट की सुप्रीम टिप्पणी – प्रेम विवाह की वजह से ज्यादातर तलाक. सुप्रीम कोर्ट ने अपने सुप्रीम टिप्पणी में कहा कि पति-पत्नी के बीच तलाक का बड़ी वजह प्रेम विवाह है. सुप्रीम पीठ विवाह से जुड़े विवाद के मामले को ट्रांसफर किए जाने के लिए दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी. सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस बीआर गवाई और संजय करोल की पीठ के समक्ष अपनी दलील में वकील ने बताया कि जिस विवाह को लेकर विवाद हुआ वह प्रेम विवाह था. इस पर जस्टिस गोगोई ने कहा कि ज्यादातर तलाक लव मैरिज से हो रहे हैं. कोर्ट ने मध्यस्था का प्रस्ताव दिया था इसका पति ने विरोध किया. जिसका पति ने विरोध किया. 2 मई को कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि संविधान के अनुच्छेद 142- 1 के तहत तुरंत तलाक देकर विवाह समाप्त कर सकती है. सुप्रीम कोर्ट ने अभी स्पष्ट कहा कि ऐसा तभी हो सकता है जब विवाह को बचाने का कोई और तरीका ना बचा हो.