कौशलेन्द्र पाराशर /बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने प्रशांत किशोर द्वारा 10 लाख नौकरी के मामले पर अमर्यादित और तथ्यहीन बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कुंठा और जनता के बीच अपनी घटती स्वीकार्यता के कारण वह बेचैनी और बौखलाहट मे इस तरह का बयान दे रहे हैं।इन्होंने आगे कहा कि प्रशांत किशोर को बिहार की जनता पीआर एजेंसी और विज्ञापन वाले के रूप में ही देखते हैं और इनकी राजनीतिक समझ कितनी है ये इनके इस तरह की बातो से ही समझा जा सकता है, कि वह तेजस्वी प्रसाद यादव पर अनर्गल बात बोलने से पहले अगर भाजपा के द्वारा 2 करोड रोजगार हर साल देने के वादे पर बयान दिए होते तो यह बात समझ मे आती कि वह सही मायने में नौजवानों के प्रति सोच रखते हैं । लेकिन उनका तेजस्वी पर दिये बयान से स्पष्ट होता है कि उनको शोषित और वंचित समाज की सोच को आगे ले जाने वाला पिछडे समाज का नौजवान का नेतृत्व और नेता बर्दाश्त नहीं होता है ,क्योंकि उन्हें यह बात पता है कि 32 साल के नौजवान की जो लोकप्रियता बिहार के राजनीति में है उनको आजीवन नहीं मिल सकती है। जिस भाजपा के राजनीतिक पिच पर जाकर वह कार्य कर रहे हैं, सबसे पहले उन्हें स्पष्ट करना चाहिए देश के दो करोड नौजवानों को हर साल नौकरी देने की बादा करने वाली भाजपा से सवाल कब करेंगे । दो करोड नौजवानों को नौकरी दिए जाने के नरेंद्र मोदी सरकार के मामले से ध्यान भटकाना के लिए ही इस तरह का बयान द रहे हैं कि वह भाजपा के राजनीतिक हित चाहते हैं , उनके द्वारा दिए गए इस तरह के अमर्यादित बयान किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है।